Delhi Air Pollution: राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की वजह से लोगों की मेंटल हेल्थ बिगड़ रही है। दिल्ली में रहने वाले लोगों की उदासी बढ़ रही है। केजरीवाल सरकार ने यह बात एनजीटी को कही है। एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव की पीठ ने कहा है कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने वायु प्रदूषण के प्रभाव को दर्शाने वाले विभिन्न अध्ययनों पर प्रकाश डालते हुए एक जवाब दाखिल किया है। इस जवाब में कहा गया है कि वायु प्रदूषण की वजह से उदासी, चीजों को याद रखने से जुड़ी कठिनाइयों और जीवन की चुनौतियों से निपटने की क्षमता कम हो गई है।
दिल्ली सरकार की एक रिपोर्ट में राष्ट्रीय हरित अधिकरण यानी एनजीटी के सामने यह बात रखी। इसका मकसद दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार और एनजीटी की गंभीरता है। आपको जानकारी दे दें, इससे पहले राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता में लगातार लगातार गिरावट के ‘मनोवैज्ञानिक पहलू’ के विश्लेषण की आवश्यकता पर जोर देते हुए दिल्ली सरकार और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित विभिन्न पदाधिकारियों से जवाब मांगा था।
एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव की पीठ ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग में सेहत पर वायु प्रदूषण के प्रतिकूल प्रभावों को दर्शाने वाले विभिन्न अध्ययनों पर प्रकाश डालते हुए अपना जवाब दाखिल किया।
हाल ही में दुनिया भर के प्रदूषण पर एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें 134 देशों की लिस्ट में भारत तीसरे नंबर पर था। iQAir द्वारा विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2023 के अनुसार, औसतन सालाना पीएम 2.5 के आधार पर भारत 2023 में प्रदूषण के मामले में तीसरे नंबर पर रहा। वहीं, बांग्लादेश पहला और पाकिस्तान दूसरे नंबर पर रहा।