Jammu Kashmir Assembly Election: नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ेंगे। फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के बाद यह घोषणा की।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है और आज शाम तक सीटों के बंटवारे का ब्योरा घोषित कर दिया जाएगा। गठबंधन सभी 90 सीटों के लिए है।”
उन्होंने कहा कि “पिछले 10 सालों में लोगों ने बहुत कुछ सहा है। राज्य का दर्जा हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता है और हम राज्य की सभी शक्तियां चाहते हैं। हमारा साझा कार्यक्रम विभाजनकारी ताकतों से लड़ना है। हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, आइए पहले चुनाव जीतें। आज मेरा दिल खुश है।”
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इससे पहले श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह उनका और उनकी पार्टी का कर्तव्य है कि वे सुनिश्चित करें कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार वापस मिलें और राज्य का दर्जा बहाल हो।
राहुल ने कहा कि “हमें उम्मीद थी कि चुनाव से पहले यह हो जाएगा, लेकिन चुनाव घोषित हो चुके हैं। यह एक कदम आगे है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकार, लोकतांत्रिक अधिकार उन्हें बहाल किए जाएंगे।
आजादी के बाद यह पहली बार है कि कोई राज्य केंद्र शासित प्रदेश बना है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। केंद्र शासित प्रदेश राज्य बन गए हैं, लेकिन यह पहली बार है कि कोई राज्य केंद्र शासित प्रदेश बना है। राहुल गांधी ने कहा कि यह हमारी प्राथमिकता है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार वापस मिलें।”
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उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के लोगों को मेरा संदेश है। हम आपकी मदद कर सकते हैं, कांग्रेस पार्टी हमेशा आपके साथ है। हम समझते हैं कि आप बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, एक मुश्किल दौर में हम हिंसा को खत्म करना चाहते हैं।”
वहीं, खड़गे ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार निशाना साधते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से किए गए वादे पूरे नहीं किए गए। हमारी पार्टी ने तय किया है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में हम जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करेंगे और हम यह वादा करते हैं। अब तक संविधान में उल्लिखित केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को राज्य बनाया गया है, लेकिन जम्मू-कश्मीर, जो एक राज्य था, उसे यूटी बना दिया गया है। आज यहां कोई परिषद, विधानसभा, पंचायत या नगर पालिका नहीं है। लोकतंत्र की रक्षा करने के बजाय इसे खत्म कर दिया गया है।
खड़गे ने कहा, “बीजेपी और पीएम मोदी चाहे जितनी कोशिश कर लें, वे लोगों की आवाज नहीं दबा सकते। हम लोगों के साथ खड़े रहेंगे और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।”
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वहीं, कांग्रेस और एनसी ने एक दूसरे के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा था। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दो सीटें जीतीं – अनंतनाग और श्रीनगर। कांग्रेस कोई सीट नहीं जीत सकी।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में होंगे। चुनाव आयोग ने 24 सीटों के लिए पहले चरण की विधानसभा सीटों के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है।