World Poha Day 2024: पोहा से लगभग आप सभी परिचित होंगे। पोहा लगभग हर भारतीयों के घर पर बनने वाला व्यंजन है। पोहा जल्दी और आसानी से तैयार हो जाता है, इस वजह से लोग इसे बनाना भी पसंद करते हैं। पोहे का नाम सुनते ही हर किसी के मुंह में पानी आ जाता हैं। भारत में लगभग हर घर में दिन की शुरुआत चाय और पोहा के साथ की जाती है। अब आप सोच रहे हैं कि पोहा कि इतनी बात आज क्यों हो रही है। आइए हम आपको बताते हैं…
आज मनाया जाता है विश्व पोहा दिवस
आज यानी सात जून को विश्व पोहा दिवस मनाया जाता है। भारत में हर घर में पोहा बनता है, लेकिन हर घर में अलग-अलग तरीके से पोहा बनाया जाता है। पोहे का जिक्र भारत के इतिहास में भी मिलता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1846 में जब भी भारतीय सैनिकों को पानी के जहाज के जरिये कहीं और भेजा जाता था, तब उनके खाने में पोहा हुआ करता था।
पोहे के इतिहास की बात करें तो देश की आजादी से पहले तक ये महाराष्ट्र और मारवाड़ी लोगों का पारंपरिक व्यंजन हुआ करता था और केवल उन्हीं की रसोई तक सीमित था। इंदौर से पोहे का नाता आजादी के बाद जुड़ा और इसका श्रेय पुरुषोत्तम जोशी नाम के व्यक्ति को जाता है। ऐसा कहा जाता है कि आजादी के बाद जब देश में सब कुछ धीरे-धीरे ठीक होने लगा, तब रोजगार की तलाश में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के निजामपुर से पुरुषोत्तम जोशी इंदौर आए। यहां उनकी बुआ रहा करती थीं। उन्हें इंदौर इतना अच्छा लगा कि वो इसी शहर में बस गए। इंदौर आकर उन्होंने सोचा कि पोहे की दुकान ही खोली जाए। फिर जोशी ने इंदौर में पोहे की छोटी सी दुकान खोल ली। ऐसा माना जाता है कि तब से ही पोहा महाराष्ट से इंदौर पहुंच आया।
इंदौरी पोहा है बेहद मशहूर
इंदौरी पोहा अपने स्वाद के लिए बेहद मशहूर है। इंदौरी पोहे को कई तरह के मसालों के साथ बनाया जाता है। लोकप्रिय इंदौरी पोहा धनिया, सौंफ, आमचूर और जीरावन जैसे मसालों से बनाया जाता है। ये सभी सामग्रियां एक साथ मिक्स होकर इसे एक विशिष्ट स्वाद देती हैं। इसको खाने वाले भी इसकी जमकर तारीफ करते हैं। इंदौरी पोहा अपने स्वाद के लिए भी दुनिया भर में मशहूर है।
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मनाया पोहा दिवस
शुक्रवार को मध्य प्रदेश में पोहा दिवस की शुरुआत शहर के राजवाड़ा से हुई। जहां नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पोहा दिवस की शुरुआत पोहा खाकर की। इस दौरान उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ”पोहा एक स्वास्थ्यवर्धक और आसानी से पचने वाला नाश्ता है, जिसका कोई शारीरिक नुकसान नहीं है।
जबकि आजकल के बच्चे पिज्जा, बर्गर और मोमोज जैसे जहरीले व्यंजन खा रहे हैं। पोहा ही हमें और हमारी पीढ़ी को ऐसे जहरीले खाद्य पदार्थों से बचा सकता है, इसलिए इसकी मार्केटिंग जरूरी है।”
आप भी ऐसे बना सकते हैं पोहा
पोहे को अधिकतर चपटे चावल से बनाया जाता है और इसमें सरसों, जीरा, कढ़ी पत्ता, हरी मिर्च और प्याज का तड़का लगाया जाता है। अंत में इसे गार्निश करने के लिए इसमें अनार के बीज, कुरकुरे सेव, भुनी हुई मूंगफली और ताजा धनिया पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है। इन सभी सामग्रियों को मिलाकर स्वादिष्ट पोहा तैयार किया जा सकता है।