Gorakpur-Lucknow News: पूर्वोत्तर रेलवे ने छपरा और बाराबंकी के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने के काम के साथ-साथ अब चौथी रेल लाइन के लिए भी एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर और लखनऊ के बीच एक हिस्से में चौथी रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा, गोण्डा और बुढ़वल के बीच 61 किलोमीटर लंबी लाइन के लिए भी सर्वे शुरू हो गया है।
यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधाएं
इस रिपोर्ट के आधार पर एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद इस परियोजना को धनराशि आवंटित की जाएगी। धनराशि मिलते ही चौथी रेलवे लाइन का निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के लिए यह पहली बार है जब चौथी रेलवे लाइन के लिए सर्वे किया जा रहा है। चौथी रेलवे लाइन बनने से अधिक संख्या में ट्रेनें चलाने में आसानी होगी और यात्रियों को बेहतर यात्रा सुविधाएं मिलेंगी।
तीसरी लाइन के बन जाने से ट्रेनों की गति बढ़ने के साथ-साथ अधिक ट्रेनें चलाना भी संभव होगा। वर्तमान में लाइन की क्षमता से अधिक ट्रेनें चल रही हैं, जिसकी वजह से ट्रेनों को समय पर रास्ता नहीं मिल पाता है। इस कारण ट्रेनें अक्सर लेट होती हैं और नई ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया जा पा रहा है।
छपरा से देवरिया के बीच थर्ड लाइन का काम शुरू
छपरा से गोरखपुर होते हुए बाराबंकी तक तीसरी रेल लाइन (Gorakpur-Lucknow News) का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस मार्ग के कुछ हिस्सों में तीसरी लाइन बिछाने का काम शुरू हो चुका है। कैंट से कुसम्ही तक 11 किलोमीटर लंबी तीसरी लाइन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इसका परीक्षण भी सफल रहा है। छपरा से देवरिया के बीच तीसरी लाइन के लिए सर्वे का काम शुरू हो गया है।
साथ ही, खलीलाबाद से बैतालपुर के बीच 85 किलोमीटर लंबी तीसरी रेल लाइन बिछाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (एफएसल) तैयार की जा रही है। इस परियोजना के लिए 1.20 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की जा चुकी है। गोण्डा-बुढ़वल के बीच तीसरी रेल लाइन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और इसे अगले दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लाइन के पूरा होने से लखनऊ, गोरखपुर और बिहार जाने वाली यात्री गाड़ियां आउटर, डोमिनगढ़, नकहा और कैंट स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने कही ये बात
मालगाड़ियां भी बिना रुके अपना सफर जारी रख सकेंगी। गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों के बोझ कम होने से बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा रेलमार्ग पर ट्रेनों की गति और संख्या में वृद्धि होगी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पंकज कुमारसिंह ने बताया कि बढ़ती यात्री संख्या को देखते हुए रेलवे लाइन की क्षमता बढ़ाने के लिए गोण्डा-बुढ़वल के बीच चौथी रेलवे लाइन के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वेक्षण के बाद तैयार की गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को आगे की कार्रवाई के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा।