Brain Eating Amoeba: देश में एक नई बीमारी ने दस्तक दी है। इस बीमारी का पहला केस केरल से सामने आया था। अब बीच वहीं से एक और नया केस मिला है। यहां एक 14 साल के लड़के में रेयर ब्रेन इन्फेक्शन अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। लड़के का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डॉक्टरों ने बताया कि ब्रेन इन्फेक्शन से पीड़ित लड़का उत्तरी केरल जिले के पय्योली का रहने वाला है। उसे 1 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अब उसकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है।
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बीमारी का शिकार होने वाले सभी बच्चे
केरल में मई से अब तक अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस यानी दिमाग खाने वाले अमीबा के चार केस मिले हैं, जिसमें सबसे बड़ी बात ये है कि इस बीमारी की चपेट में आने वाले सभी मरीज बच्चे हैं, जिनमें से तीन की पहले ही मौत हो चुकी है। मेडिकल एक्सपर्ट्स ने बताया यह संक्रमण तब होता है, जब फ्री-लिविंग गैर-परजीवी अमीबा बैक्टीरिया दूषित पानी से नाक के जरिए शरीर में घुसता है।
2016 में आया पहला केस
बता दें, केरल में अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस का सबसे पहला केस 2016 में आया था। इसके बाद 2019, 2020 और 2022 में एक-एक केस मिला था। इन सभी मरीजों की मौत हो गई थी। इस बीमारी में मरीज को बुखार, सिर दर्द, उल्टी और दिमागी दौरे पड़ते हैं। ये इतना घातक है कि समय रहते संक्रमण को नहीं रोका जाए तो 5 से 10 दिन में इंसान की मौत हो सकती है।
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दिमाग खाने वाला अमीबा नाम से मशहूर
अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस को आमतौर पर ‘दिमाग खाने वाला अमीबा’ कहा जाता है, क्योंकि जब अमीबा युक्त पानी नाक में जाता है तो यह ब्रेन को इंफेक्टेड कर देता है। ‘प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस’ यानी PAM बीमारी में ब्रेन-ईटिंग अमीबा इंसान के दिमाग को संक्रमित कर मांस खा जाता है।