हाल ही में जयंत चौधरी ने INDIA गठबंधन को झटका देते हुए सोमवार को ऐलान किया की उनकी पार्टी एनडीए के साथ आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी। NDA में शामिल होने की अटकलों पर चौधरी ने कहा कि पार्टी के सभी विधायकों से चर्चा के बाद ही एनडीए में शामिल होने का फैसला लिया गया है और हमारे सभी विधायक और कार्यकर्ता भी हमारे साथ हैं।
अगर देखा जाए तो समाजवादी पार्टी ने जयंत चौधरी के सामने सीट बंटवारे का जो फार्मूला रखा था, वह उससे सहमत नहीं थे। इसलिए उन्होंने इंडिया गठबंधन को छोड़कर जाने का निर्णय लिया है। समाजवादी पार्टी ने आरएलडी को 7 सीटें देने की बात कही थी, लेकिन सपा ने जयंत को इनमें से केवल 4 सीटें ही दी थी जिसमें कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और मेरठ शामिल थे।
आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने बीते 9 फरवरी को संकेत दिया था कि वह लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए में शामिल हो जाएंगे, क्योंकि उन्होंने अपने दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की खूब सराहना की थी।