UP Budget Session: उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस विधायकों ने ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाए। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष से सहयोग करने की अपील की ताकि सत्र 5 मार्च तक शांतिपूर्ण तरीके से चल सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “सत्र को सुचारू रूप से चलाना न केवल सरकार की जिम्मेदारी है, बल्कि विपक्ष की भी जिम्मेदारी है। पिछले करीब 8 वर्षों में डबल इंजन वाली भाजपा सरकार ने यूपी के विकास के लिए जो मानक स्थापित किए हैं, वे अभूतपूर्व हैं। इसकी झलक भाषण के साथ-साथ सदन के अंदर की चर्चाओं से भी दिखती है। स्वाभाविक रूप से हताश और निराश विपक्ष इन मुद्दों पर चर्चा करने से भागने की कोशिश करता है और सदन की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास करता है। अगर विपक्ष सार्थक चर्चा को आगे बढ़ाने में मदद करता है, तो मुझे लगता है कि यह एक बहुत अच्छा सत्र हो सकता है।”
सत्र का महत्व
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य के इतिहास में ऐसे बहुत कम क्षण हैं जब सत्र इतनी लंबी अवधि के लिए बुलाया गया हो। उन्होंने कहा, “सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। इस सत्र में पूरे साल का बजट पारित किया जाएगा। इस सत्र में लोगों के कल्याण और विकास से जुड़े कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। कल से राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। 20 फरवरी को वर्ष 2025-26 से उत्तर प्रदेश का राज्य बजट विधानसभा में पेश किया जाएगा। सत्र आज से शुरू होकर 5 मार्च तक चलेगा।”
विपक्ष का विरोध
जिस दिन उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ, उस दिन समाजवादी पार्टी के नेताओं ने महाकुंभ भगदड़ के दौरान हुई मौतों के खिलाफ राज्य विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के एक नेता ने सरकार की निंदा करते हुए प्रतीकात्मक रूप से सरकार की नैतिकता की ‘राख’ प्राप्त की।