यूपी सरकार ने हाल ही में यूपी पुलिस परीक्षा के पेपर को रद्द कर दिया है। कुछ समय पहले ऐसी शिकायतें की गई थीं कि ये पेपर लीक हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं ये कोई पहला मौका नहीं है जब देश में पेपर लीक हुआ हो। इससे पहले भी देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग सरकारों ने पेपर रद्द किए हैं।
हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सात वर्षो में अलग-अलग राज्यों में 1.5 करोड़ से अधिक छात्र पेपर लीक होने के कारण प्रभावित हुए हैं। आंकड़ों की बात करें तो, बीते सात सालों में देश के अलग-अलग राज्यों में 70 से ज्यादा पेपर लीक के मामले दर्ज हुए हैं।
पेपर लीक का इतिहास
गुजरात: पेपर लीक के मामलों में गुजरात भी पीछे नहीं हैं। बीते कुछ सालों में गुजरात में 14 से ज्यादा पेपर लीक के मामले सामने आए हैं। जीपीएससी मुख्य अधिकारी, तलाटी परीक्षा, तलाटी सुरेंद्रनगर और गांधीनगर परीक्षा, शिक्षक योग्यता परीक्षा, मुख्य सेविका , नायब चिटनिस, दिसंबर लोक रक्षक दल, गैर-सचिवालय क्लर्क, हेड क्लर्क, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय पेपर लीक, जीएसएसएसबी पेपर लीक, जूनियर क्लर्क परीक्षा, वन रक्षक परीक्षा, उप -ऑडिटर जैसे परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं।
राजस्थान: राजस्थान में बीते कुछ सालों में कई पेपर लीक हुए हैं। 2015 – 2023 के बीच राजस्थान में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के 13 से अधिक पेपर लीक के मामले सामने आए हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) और राजस्थान अधीनस्थ और मंत्रालयीय सेवा चयन बोर्ड (आरएसएमएसएसबी) जैसे परीक्षाओं के पेपर भी लीक हो चुके हैं।
पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में पश्चिम बंगाल बोर्ड परीक्षा के पेपर पिछले सात वर्षों में 10 बार लीक हो चुका है। बंगाल पब्लिक सर्विस कमीशन (WBPSC) का भी पेपर लीक हो चुका है।
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में 2017 – 2022 के बीच पेपर लीक की आठ मामले सामने आ चुकी हैं। इंस्पेक्टर ऑनलाइन भर्ती परीक्षा, शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी), प्रारंभिक पात्रता परीक्षा, एनईईटी-यूजी परीक्षा और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा जैसे परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं।
बिहार: बिहार में कई परीक्षाओं में पेपर लीक होने के मामले सामने आए हैं। लीक हुए पेपर में बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) के इंटरमीडिएट और मैट्रिक परीक्षाएं शामिल है। बिहार बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा का पेपर अबतक छह बार लीक हो चुका है।
तेलंगाना: तेलंगाना में तेलंगाना लोक सेवा आयोग (टीपीएससी) पेपर लीक के मामले सामने आए थे। टीपीएससी की इस परीक्षा में 25000 से भी ज्यादा छात्रों ने भाग लिया था। पेपर लीक के जानकारी मिलने के बाद तेलंगना सरकार ने टीपीएससी की इस परीक्षा को रद्द कर दिया था। इस पेपर लीक से नाराज छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करने के साथ-साथ टीपीएससी के अध्यक्ष जनार्दन रेड्डी के इस्तीफे की मांग भी की थी।
तमिलनाडु: तमिलनाडु में भी 2022 में कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक हो चुका है। तमिलनाडु पब्लिक सर्विस कमीशन (TNPSC) का परीक्षा पेपर लीक हो चुका है।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में कई पेपर लीक होने के मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) और महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (एमएसबीएसएचएसई) के परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं।
बीते कुछ सालों में देश के विभिन्न राज्यों में पेपर लीक के कई मामले सामने आने के बावजूद सरकार पेपर लीक के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाती है। ऐसे में युवाओं का भविष्य हर बार अधर में लटक जाता है। तो कुछ टूट जाते हैं। सरकार यदि ठोस नियम बनाती है तो ऐसे मामलों में भविष्य में कमी देखी जा सकती है।