Kanpur Crime News: दहेज एक ऐसी सामाजिक बुराई है, जिसके कारण समाज में आज भी न जाने कितनी महिलाओं को अपमान झेलना पड़ता है। इसके साथ ही उन्हें शारीरिक व मानसिक यातनाएं भी झेलनी पड़ती हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है।
यहां एक मुस्लिम महिला को उसके पति ने तीन तलाक दे दिया। फिर सास ने शरीयत कानून का सहारा लेकर पीड़िता पर हलाला का दबाव बनाया। इसके बाद पति ने अपनी पत्नी को ननदोई के कमरे में धकेल दिया। ननदोई ने हलाला के नाम पर उसके साथ दुष्कर्म किया। वहीं, पुलिस ने आरोपी पति और ननदोई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे ससुरालजन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला कानपुर के ग्वालटोली का है। पीड़िता का निकाह 26 अक्तूबर 2020 को हुआ था। निकाह के कुछ दिन बाद ही ससुरालवालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। ससुरालवालों की हरकतों से परेशान होकर पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की, लेकिन महिला थाने में दोनों पक्षों को बुलाकर 23 जनवरी 2024 को समझौता करा दिया।
कमरे में बंद कर रोज किया गया दुष्कर्म
दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद ससुराल वाले पीड़िता को अपने साथ घर ले आए और धमकाने लगे। इसके बाद ननद, सास और ससुर के उकसाने पर पति ने तीन तलाक दे दिया। पीड़िता को एक कमरे में बच्चों के साथ बंद कर दिया और उसके साथ रोज दुष्कर्म किया गया।
सास ने बनाया हलाला का दबाव
पीड़िता के मुताबिक, 11 जून 2024 को सास ने शरीयत कानून का हवाला देते हुए पीड़िता से कहा कि शरीयत में तीन तलाक को जायज माना गया है। इसलिए तुझे हलाला की रस्म अदा करनी होगी। पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद महिला को ननदोई के कमरे में धकेल दिया गया, जहां ननदोई ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने 11 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कर गुरुवार को आरोपी पति और ननदोई को जेल भेज दिया। एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार के मुताबिक मामले की जांच की जारी है, जो भी दोषी होगा, उसे जेल भेजा जाएगा।