यूपी लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। इसके बाद से ही पार्टी पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। इसी बीच सीएम योगी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की गोरखपुर में मुलाकात होगी, जोकि चुनाव के परिणाम के लिहाजे से काफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच लोकसभा चुनाव और राज्य में संघ को बढ़ावा देने से लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
वहीं, सीएम योगी से मुलाकात के पहले मोहन भागवत ने चिउटाहा क्षेत्र के एक SVM पब्लिक स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने संघ कार्यकर्ता विकास वर्ग शिविर में स्वयंसेवकों को संबोधित किया। तीन दिवसीय इस ट्रेनिंग कैंप में लगभग 280 स्वंयसेवक भाग ले रहे हैं। इस दौरान RSS प्रमुख मोहन भागवत ने काशी, गोरखपुर, कानपुर और अवध में संघ की जिम्मेदारी संभाल रहे करीब 280 स्वयंसेवकों से संघ को बढ़ावा देने, राजनीतिक परिदृश्य और सामाजिक सरोकारों के बारे में चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने शाखाओं की संख्या बढ़ाने और संगठन के विस्तार पर जोर दिया। इतना ही नहीं संघ द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न परियोजनाओं के विस्तार पर भी सुझाव दिए। बता दें कि उत्तर प्रदेश में भले ही भाजपा की हार को लेकर तमाम कारण बताए जा रहे हों, लेकिन यूपी में भाजपा की हार की एक बड़ी वजह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) से दूरी भी बताई जा रही है। शायद यह पहला चुनाव था, जिसमें चुनावी प्रबंधन में संघ परिवार और भाजपा में दूरी दिखी। कहा जा रहा है कि भाजपा ने उम्मीदवारों के चयन से लेकर चुनावी रणनीति तैयार करने तक संघ से परामर्श करना जरूरी नहीं समझा। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी मौन साधे रखा। इसका भाजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
बता दें, लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी को यूपी की 80 लोकसभी सीटों में से केवल 33 सीटें ही हासिल हो सकीं। जबकि दूसरी ओर समाजवादी पार्टी एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभरी सामने आई है। पार्टी ने 37 सीटें हासिल करके जीत दर्ज की।