निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को छह महीने से अधिक समय तक चली 10 से ज्यादा सुनवाई के बाद अजित पवार गुट को असली एनसीपी करार दिया है। अब एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ अजित पवार के पास रहेगा। चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम सबूतों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी और पार्टी का निशान मिलने के बाद अब अजित पवार गुट शरद गुट के पास पार्टी का दफ्तर भी छोड़ने के मूड में नहीं है।
शरद पवार को लगा बड़ा झटका
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग ने अजित पवार गुट को असली एनसीपी करार देकर महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार के बड़ा झटका दे दिया है। आयोग का कहना है कि तमाम सबूतों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी और पार्टी का निशान मिलने के बाद अब अजित पवार गुट शरद गुट के पास पार्टी का दफ्तर भी छोड़ने के मूड में नहीं है।
अजित पवार गुट के सूत्रों के मुताबिक आयोग के फैसले के बाद अजित पवार ने अब एनसीपी के मुख्यालय पर दावा करने की तैयारी शुरू कर दी हैं। ये ऑफिस महाराष्ट्र सरकार द्वारा एनसीपी को आवंटित किया गया है। इसके अलावा पार्टी के फंड पर दावा करना है या नहीं इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से अजित पवार से सलाह मशवरा करेंगे।
वहीं चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद मुंबई में NCP दफ्तर के बाहर शरद पवार, सुप्रिया सुले और रोहित पवार के पोस्टर लगाए हैं। इस पोस्टर में लिखा है कि ‘’जीत तो आज भी हमारी हुई है, चिन्ह तुम्हारा-बाप हमारा’’।
चुनाव आयोग के फैसले पर क्या बोले संजय राउत ?
चुनाव आयोग के फैसले पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के गुट को असली NCP के रूप में मान्यता देकर लोकतंत्र की पीठ में छुरा घोंपा है।