मध्यप्रदेश के गुना में दर्दनाक बस हादसा हुआ है। बुधवार रात 8.30 बजे बस गुना से आरोन जा रही थी। बस में 30 से अधिक यात्री सवार थे। बस तेज रफ्तार से डंपर से टकरा गई उसमें आग लग गई। इस भीषण सड़क दुर्घटना में 12 लोगों की जलकर मौंत हो गई। जबकि 14 घायल लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे में बस चालक की भी मौत की खबर है। यात्रियों के मुताबिक ड्राइवर और कंडक्टर शराब के नशे में थे।
चार यात्री बस से बाहर निकलने में कामयाब रहे
गुना जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कहा कि घटना के समय बस में लगभग 30 से ज्यादा लोग सवार थे और उनमें से चार किसी तरह बस से बाहर निकलने में कामयाब रहे और घर चले गए। गुना कलेक्टर तरूण राठी ने कहा कि प्रशासन घटना की जांच कर रहा है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक संदेश में, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस घटना को “दुखद” बताया। उन्होंने कहा ‘’घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद मैंने कलेक्टर और एसपी (पुलिस अधीक्षक) से बात की और उन्हें राहत एवं बचाव अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने यात्रियों की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया’’।
आगजनी पर पूरी तरह काबू पाने के बाद जब प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया तो बस में से कंकाल निकलना शुरू हो गए। फौरन गुना के कलेक्टर तरुण राठी मीडिया के सामने आए और 12 लोगों की मौके पर मौत और 14 लोगों के घायल होने की पुष्टी की।
सीएम मोहन यादव ने मृतकों को मुआवज़े का ऐलान किया
प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ने भी मृतकों और घायलों के इलाज के लिए मुआवजा का ऐलान किया है। गुना हादसे पर सीएम मोहन यादव ने संज्ञान लेते हुए हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों को 4-4 लाख के मुआवज़े का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा ”गुना से आरोन जा रही बस में भीषण आग से यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। इस हृदय विदारक दुर्घटना में असमय मृत्यु को प्राप्त हुए दिवंगतों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। दुःख की इस विकट परिस्थिति में प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा ”मैंने प्रशासन को घायल यात्रियों के समुचित उपचार की व्यवस्था करने के साथ ही दुर्घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं की शांति तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ ॐ शांति।”
सूत्रों के मुताबिक हादसे का शिकार हुई बस काफी पुरानी थी। वो किस परमिट पर चल रही थी, उसका बीमा या फिटनेस था कि नहीं? गुना कलेक्टर तरुण राठी इन सवालों के जवाब देने से बचते नजर आए। सूत्रों की माने तो बस गुना के किसी बीजेपी नेता की बताई जा रही है। अब बस की फिटनेस या बीमा था की नहीं यह सब तो सीएम मोहन यादव के जांच के आदेश के बाद सामने आ जाएगा। पर घर जाने के लिए जो लोग बस में बैठे थे उनमें 12 की जीवन यात्रा बेहद दर्दनाक तरीके से समाप्त हो गई।