झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा के आरोपों के बीच मंगलवार को अपने सत्तारूढ़ गठबंधन के मंत्रियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की कि झामुमो प्रमुख प्रवर्तन निदेशालय की जांच से बचने के लिए “फरार” थे।
बैठक से पहले आज झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख को रांची स्थित अपने आवास से बाहर निकलते देखा गया। झारखंड में मुख्यमंत्री कार्यालय ने आज गठबंधन दल के नेताओं के साथ सोरेन की मुलाकात की तस्वीरें जारी कीं।
सोमवार को ईडी के अधिकारी सोरेन से पूछताछ करने के लिए दिल्ली स्थित उनके आवास पर गए थे। केंद्रीय एजेंसी ने दो कारें और 36 लाख रुपये जब्त किये लेकिन झामुमो नेता नहीं मिले। इसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि झारखंड के मुख्यमंत्री “भगोड़े” हैं और सोरेन की पत्नी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव है।
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने सोरेन को नया समन जारी कर कहा है कि वह 29 या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए उपलब्ध रहें, नहीं तो एजेंसी खुद उनके पास पूछताछ के लिए जाएगी। ईडी द्वारा झारखंड के मुख्यमंत्री को जारी किया गया यह दसवां समन है।