प्रवर्तन निदेशालय आज झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भूमि घोटाला मामले में रांची में उनके आधिकारिक आवास पर पूछताछ करने के लिए तैयार है। शनिवार दोपहर 1 बजे ईडी की टीमें सीएम आवास में दाखिल हुईं। इस बीच सीएम सोरेन के आधिकारिक आवास के बाहर और रांची के कई इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
रांची के पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता ने कहा “रांची के कई इलाकों में भारी बल तैनात किए गए हैं। किसी भी नागरिक को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। विभिन्न स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है। सभी सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखा गया है।”
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कई कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास पर एकत्र हुए और ईडी जांच के खिलाफ नारे लगाए।इस महीने की शुरुआत में सीएम हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र लिखकर कहा था कि वह 20 जनवरी को उनके आधिकारिक आवास पर भूमि घोटाला मामले में उनका बयान दर्ज कर सकते हैं।
ईडी ने शनिवार को सोरेन को आठवां समन जारी किया था, जिसमें उन्हें 16 से 20 जनवरी के बीच जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था। ईडी ने इससे पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद को अवैध खनन मामले से जुड़ी कथित मनी लॉन्ड्रिंग जांच में 16 जनवरी को जांच में शामिल होने के लिए समन जारी किया था।
केंद्रीय एजेंसी ने 3 जनवरी की देर रात सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद के रांची स्थित आवास की एक दिवसीय तलाशी पूरी की। मुख्यमंत्री को कथित भूमि घोटाले पर अपना बयान दर्ज करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा ‘अंतिम अवसर’ जारी किया गया था। बदले में, सोरेन ने समन को ‘अवैध’ करार देते हुए एजेंसी को जवाब दिया।
ईडी ने अपने समन में कहा “आप जारी किए गए समन का पालन करते हुए प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में नहीं आए हैं, इसलिए हम आपको धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 की धारा 50 के तहत अपना बयान दर्ज करने का यह आखिरी मौका दे रहे हैं। तारीख और समय, आपके साथ-साथ अधोहस्ताक्षरी (ईडी) के लिए पारस्परिक रूप से सुविधाजनक, जो इस नोटिस/समन की प्राप्ति के 7 दिनों के भीतर होना चाहिए।”
सोरेन को भूमि ‘घोटाला’ मामले में अगस्त 2023 के मध्य में ईडी ने तलब किया था। हालाँकि सीएम ने यह दावा करते हुए सम्मन को नजरअंदाज कर दिया कि वह राज्य के स्वतंत्रता दिवस समारोह में व्यस्त थे। उन्हें 24 अगस्त और 9 सितंबर को फिर से उपस्थित होने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने व्यस्तताओं का हवाला देते हुए तारीखों को छोड़ दिया। इसके बाद एजेंसी ने झारखंड के सीएम को अपना चौथा समन जारी किया, जिसमें उन्हें 23 सितंबर को एजेंसी को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया।
एजेंसी को लिखे अपने पत्र में सोरेन ने कहा कि उन्होंने ईडी को सभी आवश्यक दस्तावेज और जानकारी प्रदान की है। उन्होंने लिखा कि अगर ईडी को किसी भी जानकारी की जरूरत है, तो वह उन दस्तावेजों का हवाला दे सकती है जो उन्होंने पहले ही एजेंसी के साथ साझा किए हैं।