Kiran Choudhry: हरियाणा के संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने हरियाणा में होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार के नाम का एलान किया। उन्होंने कांग्रेस से भाजपा में आने वाली किरण चौधरी के नाम को एलान किया। यह फैसला बीजेपी विधायक दल की बैठक में लिया गया।
बता दें कि इससे पहले किरण चौधरी ने मंगलवार को विधानसभा से इस्तीफा दिया था। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। वह जून में बेटी श्रुति चौधरी के साथ बीजेपी में शामिल हुई थीं।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा सीट को खाली कर दिया था। वह हरियाणा की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए बीजेपी की ओर से उम्मीदवार होंगी। किरण चौधरी हरियाणा की पूर्व मुख्यमंत्री बंशीलाल की बहू हैं।
पार्टी को “व्यक्तिगत जागीर” की तरह चलाया- किरण चौधरी
किरण ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा कि पार्टी को “व्यक्तिगत जागीर” की तरह चलाया जा रहा है। इस बयान में उन्होंने साफ तौर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा था।
कांग्रेस ने नहीं उतारा उम्मीदवार
वहीं, कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। इसकी वजह यह है कि 90 सदस्यीय सदन में कांग्रेस को बहुमत नहीं है। राज्यसभा सीट जीतने के लिए उम्मीदवार को 44 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता पड़ती है।
कांग्रेस के पास 28 विधायक हैं। वहीं, तीन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को अपना समर्थन दिया है, जिससे कांग्रेस के विधायकों की संख्या 31 है। जबकि, बीजेपी के पास 41 विधायक हैं। हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा और निर्दलीय नयन पाल रावत के समर्थन से उनके विधायकों की संख्या 43 है।
बता दें कि कांग्रेस की ओर से किरण को अयोग्य ठहराने के लिए स्पीकर गुप्ता को याचिका दी गई है, जबकि जेजेपी ने भी सुरजाखेड़ा और सिहाग को अयोग्य ठहराने की मांग की है। दोनों मामले अभी भी लंबित हैं।