आम आदमी पार्टी के नेताओं के परिसरों पर मंगलवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED कि छापेमारी के दिल्ली में दस परिसरों में हुई। इस छापेमारी के वक्त दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई खुलासे किए।
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने अपने बयान में कहा, कि सुनने में आ रहा है कि दिल्ली के सीएम के PA के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के कई नेताओं के घर पर रेड चल रही है। ED की ये रेड हमें डराने धमकाने की कोशिश है, लेकिन मैं पीएम से यह कहना चाहती हूं कि हम डरने वाले नहीं हैं।
आतिशी ने कहा कि ED हमेशा दावा करती है कि रेड के बाद पैसों की रिकवरी हो रही है, लेकिन पैसे हैं कहां, ये कोई नहीं बता रहा है। पर दो साल बाद और कई रेड के बाद भी कुछ नहीं मिला है। सबसे महत्वपूर्ण चीज है गवाही, पर ED को गवाही भी नहीं मिली है। मैं आज खुलासा करूंगी कैसे सारी स्टेटमेंट में ED ने फर्जीवाड़ा किया है। कई लोग सामने आए हैं, जिन्होंने कहा कि उनसे जबरजस्ती स्टेटमेंट लिए गए हैं। एक गवाह ने बताया है कि उसे कान पर जोड़ से थप्पड़ मारा गया है। तो दूसरे गवाह से कहा गया है कि तेरी बेटी कॉलेज कैसे जाएगी?
शिक्षा मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जांच के दौरान एक आरोपी ने कहा कि उसकी सीसीटीवी फुटेज तो ED ने जमा की, लेकिन ऑडियो डिलीट कर दी। हमारे पास यह खबर है जब से ये प्रोसेस शुरू हुआ है, तब से दो साल की जांच का ऑडियो डिलीट कर दिया गया है। एक तो ऑडियो डिलीट, दूसरा की कोई भी गवाह नहीं मिले। यहां घोटाले की जांच नहीं हो रही बल्कि ED की जांच में ही घोटाला है। शिक्षामंत्री ने कई सवाल किए-
आतिशी के अहम सवाल
किसको बचाना चाहती है ED?
किसे बचाने के लिए ED ने सारी ऑडियो डिलीट की हैं?
ED के पास कितने फुटेज के ऑडियो और वीडियो हैं?
आतिशी ने याद दिलाया कोर्ट का आदेश
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि इस भारत में कोर्ट ने एक ऑर्डर निकाला था जिसके तहत पुलिस और इन्वेस्टिगेशन एजेंसी इन्वेस्टिगेशन सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होनी चाहिए। यह नियम तो ED पर भी लागू होता है। कोर्ट ने आदेश में कहा गया था कि ‘ऑडियो और वीडियो फुटेज के साथ सीसीटीवी कैमरा लगाया जाना चाहिए। अगर ऑडियो विजुअल नहीं होंगे तो पता कैसे चलेगा कि इन्वेस्टिगेशन के दौरान क्या कहा गया है।
सीएम आवास पर भी पहुंची थी ED
ED ने पिछले हफ्ते अरविंद केजरीवाल को बार-बार जारी किए गए समन के बाद ED सीएम के सरकारी आवास पर पहुंची थी। अरविंद केजरी को कथित दिल्ली शराब घोटाले मामलें और भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाने के मामले में ED के सामने पेश होने के लिए कहा गया था।
ED के दायर शिकायत के आधार पर एक संक्षिप्त सुनवाई हुई जिसके बाद न्यायाधीश ने मामले को 7 फरवरी को सुनवाई का तारिख दिया हैं। ED द्वारा जारी पांच समन को केजरीवाल पहले ही यह कहकर छोड़ चुके हैं कि मामला अवैध हैं और वो आरोपी नहीं हैं। हांलाकि ED ने केजरीवाल के खिलाफ अदालत के याचिका में एक बदलाव का संकेत दिया। ED को कहना है कि उनकें पास अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए पर्याप्त कारण है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने समन की अवहेलना और जांच में सहयोग नहीं दिया हैं।
आतिशी के घर भी पहुंची थी ED
ED ने दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी के सरकारी आवास पर नोटिस देने पहुंची थी। लेकिन आतिशी के चंडीगढ़ में होने के कारण क्राइम ब्रांच उन्हें नोटिस नहीं दे पाई थी। ED ने नोटिस में भाजपा पर लगाए गए आरोपों के साक्ष्य के साथ अन्य सभी जानकारीया मांगी थी। साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम ने दोनों को जांच में शामिल होने के लिए भी कहा था। शिक्षा मंत्री आतिशी और अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर यह आरोप लगाया था कि भाजपा ने आम आदमी पार्टी के सात विधायकों को खरीदने के लिए विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का लालच दिया था।