Vijendra Gupta Delhi Assembly Speaker : दिल्ली विधानसभा सत्र के पहले दिन आज सभी विधायकों ने शपथ ली। इसके साथ ही आज स्पीकर का चुनाव भी हुआ, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के तीन बार के विधायक विजेंद्र गुप्ता को नया विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। दरअसल, उनको निर्विरोध चुना गया, क्योंकि विपक्ष ने किसी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा था।
चुनाव ‘प्रोटेम स्पीकर’ अरविंदर सिंह लवली ने कराया
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने रोहिणी सीट से निर्वाचित विधायक के चुनाव के लिए दो प्रस्ताव पेश किए। एक प्रस्ताव मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने और दूसरा कैबिनेट मंत्री रविंदर इंद्राज ने पेश किया।इन प्रस्तावों का समर्थन मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और प्रवेश वर्मा ने किया। इन प्रस्तावों को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। चुनाव ‘प्रोटेम स्पीकर’ अरविंदर सिंह लवली ने कराया।
मैं विजेंद्र गुप्ता……
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) February 24, 2025
आज तीसरी बार दिल्ली विधान सभा के सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की। pic.twitter.com/OoNgcYVU6T
विपक्ष ने किया जमकर हंगामा
सदन के अंदर पहले ही दिन विपक्ष ने काफी हंगामा किया। आम आदमी पार्टी की नेता और मंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ.भीमराव अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें हटाने का आरोप लगाया। उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए बीजेपी को दलित और सिख विरोधी बताया।
विजेंद्र गुप्ता ने विपक्ष के हंगामे की कड़ी निंदा की
स्पीकर के रूप में चुने जाने के बाद विजेंद्र गुप्ता ने विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह अवसर शिष्टाचार संबोधन के लिए था,न कि राजनीति करने के लिए। उन्होंने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने सदन में अराजकता फैलाने की कोशिश की तो सख्त कदम उठाए जाएंगे।इसके बाद विपक्षी विधायकों ने सदन में जोरदार हंगामा शुरू कर दिया,जिससे माहौल गर्मा गया।
जानें क्या कहा विजेंद्र गुप्ता ने
उन्होंने कहा कि सदन के पहले ही दिन इस तरह की अराजकता फैलाना शोभा नहीं देता। सभी सदस्यों को मर्यादा में रहकर कार्य करना चाहिए।लगातार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद माहौल शांत करने के प्रयास किए गए ताकि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
कौन हैं विजेंद्र गुप्ता?
बता दें कि विजेंद्र गुप्ता रोहिणा से बीजेपी विधायक हैं। उन्होंने छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और दिल्ली यूनिवर्सिटी के उपाध्यक्ष भी रहे। पहले नगर निगम पार्षद और फिर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का सफर विजेंद्र गुप्ता ने तय किया।