आम आदमी पार्टी के मंत्रियों द्वारा अज्ञात इनपुट का हवाला देते हुए प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दावा किए जाने के बाद गुरुवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। संभावना है कि आज आप संयोजक को गिरफ्तार किया जा सकता है।
ये दावे दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा बुधवार को ईडी द्वारा जारी किए गए तीसरे समन में शामिल नहीं होने के बाद आए हैं। ईडी ने कथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में पिछले साल 22 दिसंबर को सीएम केजरीवाल को तीसरा समन जारी किया था, जिसमें उन्हें 3 जनवरी को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आप नेता और दिल्ली के कानून और पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने बुधवार को कहा “खबर आ रही है कि ईडी कल सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर छापा मारने जा रही है। गिरफ्तारी की संभावना है।”
News coming in that ED is going to raid @ArvindKejriwal’s residence tmrw morning. Arrest likely.
— Atishi (@AtishiAAP) January 3, 2024
आतिशी की पोस्ट के कुछ मिनट बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें ईडी द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी की अटकलों का दावा किया गया। भारद्वाज ने अपने पोस्ट में कहा ”सुना है कि कल सुबह ईडी मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पहुंच कर उन्हें गिरफ्तार करने वाली है।”
सुनने में आ रहा है कल सुबह मुख्यमंत्री केजरीवाल जी के घर ED पहुँच कर उन्हें गिरफ़्तार करने वाली है ।
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) January 3, 2024
केजरीवाल ने ईडी को दिए अपने जवाब में जांच में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की, लेकिन नोटिस को “अवैध” बताते हुए तलब की गई तारीख पर उपस्थित होने से इनकार कर दिया। केजरीवाल ने एजेंसी पर यह भी सवाल उठाया कि जब उन्हें समन भेजा गया था तब उन्होंने उनके पिछले जवाबों का जवाब नहीं दिया था और मुख्यमंत्री ने एजेंसी की जांच की प्रकृति पर कुछ सवाल उठाए थे।
ईडी को अपने लिखित जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा “एक प्रमुख जांच एजेंसी के रूप में आपके द्वारा अपनाया गया गैर-प्रकटीकरण और गैर-प्रतिक्रिया दृष्टिकोण कानून, समानता या न्याय की कसौटी पर खरा नहीं उतर सकता। आपकी जिद न्यायाधीश की भूमिका संभालने के समान है। जूरी और जल्लाद एक ही समय में जो कानून के शासन द्वारा शासित हमारे देश में स्वीकार्य नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने कहा “इन परिस्थितियों में मैं आपसे मेरी पिछली प्रतिक्रिया का जवाब देने और स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह करता हूं ताकि मुझे उस कथित पूछताछ/जांच के वास्तविक इरादे, दायरे, प्रकृति, व्यापकता और दायरे को समझने में मदद मिल सके जिसके लिए मुझे बुलाया जा रहा है।”
दिल्ली के सीएम को सबसे पहले केंद्रीय एजेंसी ने 2 नवंबर को पेश होने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने यह आरोप लगाते हुए गवाही नहीं दी कि नोटिस अस्पष्ट, प्रेरित और कानून की दृष्टि से टिकाऊ नहीं है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उक्त समन राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है और अनावश्यक विचारों के लिए जारी किया गया है।
इस बीच AAP ने 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नोटिस की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया।