वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली के अनुसार दिल्ली में हवा की गुणवत्ता शुक्रवार को भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली में कई जगहों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 से अधिक दर्ज किया गया।
हालाँकि शुक्रवार को दर्ज किए गए प्रदूषण आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता में ‘गंभीर’ श्रेणी से ‘बहुत खराब’ तक मामूली सुधार देखा गया लेकिन निवासियों के लिए यह खतरनाक बनी हुई है। पूसा क्षेत्र में AQI सुबह 403 दर्ज किया गया। जबकि IIT दिल्ली में AQI 579 दर्ज किया गया। इसके अलावा लोधी रोड क्षेत्र में AQI 359 दर्ज किया गया। जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय में AQI 386 और हवाई अड्डा क्षेत्र में AQI 398 दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार आनंद विहार में एक्यूआई 411 पर था। जबकि अलीपुर, वज़ीरपुर और आरके पुरम में 432, 443 और 422 पर ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया था।
वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 100 तक ‘अच्छा’, 100 से 200 तक ‘मध्यम’, 200 से 300 तक ‘खराब’, 300 से 400 तक ‘बहुत खराब’ और 400 से 500 या इससे ऊपर को ‘गंभीर’ माना जाता है।
पिछले हफ्ते राष्ट्रीय राजधानी में AQI में महत्वपूर्ण सुधार के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शनिवार को GRAP 4 के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को रद्द कर दिया। BS-3 और BS- को छोड़कर ट्रकों और बसों को अनुमति दी। पेट्रोल और डीजल वाहन शहर में प्रवेश करेंगे और चल रही निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध हटा दिया जाएगा। पिछले हफ्ते मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया था कि पराली जलाने वाले किसानों को उनके कार्यों के आर्थिक नतीजों के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य के लाभ से वंचित किया जाना चाहिए।