अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन सहयोगी देशों के लिए समर्थन जताने के लिए बुधवार को इजराइल की यात्रा करेंगे। उनकी इस यात्रा को अहम माना जा रहा है क्योंकि इस बात की चिंता बढ़ गई है कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध बड़े क्षेत्रीय संघर्ष में तब्दील हो सकता है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बाइडेन की इजराइल यात्रा की घोषणा की। बाइडेन की इजरायल यात्रा को इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि गाजा पट्टी में मानवीय स्थिति और ज्यादा गंभीर होती जा रही है। इजराइल 141 वर्ग मील (365 वर्ग किलोमीटर) क्षेत्र पर संभावित जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है ताकि हमास आतंकवादियों को जड़ से उखाड़ फेंका जा सके। अमेरिकी और इजरायली अधिकारियों का कहना है कि होलोकॉस्ट के बाद से यहूदियों के खिलाफ सबसे घातक हमला किया गया।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि “राष्ट्रपति इजराइल के साथ अमेरिका की एकजुटता और उसकी सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को फिर दोहराएंगे। राष्ट्रपति बाइडेन फिर से स्पष्ट करेंगे कि हमास की तरफ से कम से कम 30 अमेरिकियों सहित 1400 से ज्यादा लोगों की हत्या के बाद से, इजराइल के पास हमास और दूसरे आतंकवादियों से अपने लोगों की रक्षा करने और भविष्य के हमलों को रोकने का अधिकार है और वास्तव में ये कर्तव्य है। राष्ट्रपति इजराइल से जानेंगे कि उसे अपने लोगों की रक्षा के लिए क्या चाहिए।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन इस संकट का फायदा उठाकर इजराइल पर हमला करने की कोशिश कर रहे राष्ट्र या गैर राष्ट्र को स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं। इसके लिए इस क्षेत्र में एयरक्राफ्ट कैरियर ग्रुपों और दूसरे मिलिट्री एसेट्स तैनात किए गए हैं।
बाइडेन अपनी यात्रा से अब तक का सबसे कड़ा संदेश देना चाह रहे हैं कि अमेरिका इजराइल के पीछे है। उनके डेमोक्रेटिक प्रशासन ने क्षेत्र में सैन्य समर्थन, अमेरिकी कैरियर और मदद भेजने का वादा किया है। अधिकारियों ने कहा है कि वे अमेरिकी कांग्रेस से इजराइल और रूस के आक्रमण से लड़ रहे यूक्रेन के लिए अतिरिक्त सहायता के रूप में दो बिलियन अमरीकी डालर से ज्यादा की मांग करेंगे। ब्लिंकन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और दूसरे शीर्ष इजरायली अधिकारियों के साथ सात घंटे से ज्यादा वक्त तक चली बातचीत के बाद मंगलवार तड़के ये घोषणा की।