परंपरा को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को संसद में बजट प्रस्तुति से पहले अपने सहयोगियों राज्य मंत्रियों भागवत कराड और पंकज चौधरी के साथ राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण को शुभकामनांए दी, उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा ”केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, राज्य मंत्री डॉ भागवत किशनराव कराड और श्री पंकज चौधरी और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने केंद्रीय बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति मुर्मू ने केंद्रीय वित्त मंत्री को शुभकामनाएं दीं।”
सीतारमण आज संसद में अपने बड़े भाषण से पहले वित्त मंत्रालय पहुंचीं। उन्हें लाल रंग का ‘बही खाता’ ले जाते हुए देखा गया, जिसमें कागज रहित रूप में बजट दस्तावेज होता है। पिछले तीन वर्षों में एक नई परंपरा स्थापित की गई है, जहां वित्त मंत्री बजट दस्तावेजों को बही खाते में इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखते हैं।
सुबह 11 बजे केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी क्योंकि इस साल लोकसभा चुनाव होने हैं। वित्त मंत्री के रूप में यह उनका छठा और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट होगा।
अंतरिम बजट लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बनने तक बीच की अवधि की वित्तीय जरूरतों का ख्याल रखेगा जिसके बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी। इस बजट प्रस्तुति के साथ सीतारमण पूर्व प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई द्वारा स्थापित रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगी, जिन्होंने वित्त मंत्री के रूप में 1959 और 1964 के बीच पांच वार्षिक बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था।
संसद का बजट सत्र बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संयुक्त संबोधन के साथ शुरू हुआ। राष्ट्रपति ने संसद में अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 2023 देश के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष था और अन्य कदमों के अलावा देश ने सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने की गति बरकरार रखी। उन्होंने कहा “वर्ष 2023 भारत के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष था जब वैश्विक संकट के बावजूद प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में यह सबसे तेजी से बढ़ी। भारत ने लगातार दो तिमाहियों में लगभग 7.5 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की।”
वित्त मंत्रालय ने एक समीक्षा रिपोर्ट में कहा कि इस अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था लगभग 7 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत बढ़ी। भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 7.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है और यह सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनी रहेगी।
मोदी सरकार 2.0 के आखिरी पूर्ण बजट में 2023-24 में पूंजीगत व्यय परिव्यय को 33 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया गया था, जो सकल घरेलू उत्पाद का 3.3 प्रतिशत होगा। यह 2019-20 के परिव्यय का लगभग तीन गुना था।