बैंक का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में सबसे पहले धन-दौलत का ख्याल आता है, लेकिन एक बैंक ऐसा भी है, जिसमें रुपये या जेवर नहीं, बल्कि राम नाम की पूंजी जमा होती है। रामनाम की पूंजी वाले अयोध्या के अनोखे बैंक में 20 हजार करोड़ राम नाम की पूंजी जमा है। इस अनोखे बैंक का नाम अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की तैयारी शुरू की गई है।
बैंक में है राम नाम की पूंजी
अयोध्या के अनोखे बैंक में 20 हजार करोड़ राम नाम की पूंजी जमा है। राम नाम के बैंक में खाता खोलने के लिए पांच लाख बार सीताराम लिखना पड़ता है। इसके बाद एक पासबुक जारी की जाती है। बैंक की दुनियाभर में कई शाखाएं मौजूद हैं। अब रामनाम की पूंजी वाले इस बैंक को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की तैयारी की जा रही है।
बैंक में हैं 35 हजार से अधिक खाते
अयोध्या बैंक के प्रबंधक पुनीत रामदास का कहना है कि यह एशिया का सबसे बड़ा राम नाम बैंक है। इसकी विदेशों में भी 136 शाखाएं हैं। बैंक में 35 हजार से ज्यादा राम नाम के खाते हैं। यहां एक पासबुक दी जाती है, जिसमें सभी पृष्ठों पर सीताराम लिखा हुआ होता है। पुनीत रामदास ने बताया कि बैंक की ओर से मुफ्त पुस्तिका और लाल पेन दिया जाता है। खाताधारक डाक से भी पुस्तिकाएं भेज सकते हैं। बैंक में हर खाते का हिसाब रखा जाता है।
गिनीज बुक में नाम होगा दर्ज
राम नाम के बैंक में भक्तों की ओर से दी गई 20 हजार करोड़ सीताराम लिखी पुस्तिकाओं का संकलन है। ऐसा कहा जा सकता है कि 20 हजार करोड़ राम नाम की पूंजी जमा है। मणिराम दास छावनी ट्रस्ट की ओर से बैंक का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए आवेदन कर दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बैंक गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा लेगी।