अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में एक विशेष भस्म आरती की गई और मंदिर परिसर में उत्सव मनाया गया।
भस्म आरती यहां का एक प्रसिद्ध अनुष्ठान है। यह ‘ब्रह्म मुहूर्त’ के दौरान सुबह लगभग 3:30 से 5:30 बजे के बीच किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भस्म आरती में शामिल होने वाले भक्त की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल (भगवान शिव) के पास भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्ति रखी गई और उसके बाद आरती की गई। इस अवसर पर भक्तों ने पटाखे फोड़े और पुष्प वर्षा भी की।
मंदिर के पुजारी आशीष शर्मा ने बताया ”आज भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल की महापूजा की गई। भगवान महाकाल का पंचामृत से स्नान कराया गया, जिसमें दूध, दही, घी, चीनी और शहद शामिल था।” बाबा महाकाल के सामने राम दरबार (राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्ति) भी मौजूद था, इस अवसर पर पटाखे फोड़े गए और फूलों की वर्षा की गई। उन्होंने कहा “ऐसा लग रहा था जैसे अयोध्या से भगवान राम अपने मित्र बाबा महाकाल से मिलने यहां आए हों और इसी शुभ घड़ी में भस्म आरती की गई।”
भस्म आरती के दौरान पुजारियों ने गर्भगृह में फुलझड़ियाँ जलाईं और भक्तों ने मंदिर के नंदी हॉल में फुलझड़ियाँ जलाईं। साथ ही मंदिर परिसर में आतिशबाजी भी की गयी।
अयोध्या मंदिर में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12:30 बजे होगी। समारोह में क्रिकेट जगत, फिल्म जगत, संत समाज, राजनीति, कला, साहित्य एवं संस्कृति समेत अन्य क्षेत्रों के विशिष्ट अतिथियों को भी आमंत्रित किया गया है। अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को शुरू हुए।