जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं नेताओं के बोल से राजनीति गरमाती जा रही है। अयोध्या में राम लला की प्रतिष्ठा को लेकर आज कांग्रेस नेता उदित राज ने आर एस एस को आड़े हाथों लिया और एक विवादास्पद बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि अगर मंडल कमीशन नहीं आया होता तो आज राम मंदिर न बना होता. असली सच्चाई ये है कि पिछड़ों के आरक्षण के विरोध में जो ज्वाला पैदा हुई थी, उसको आडवाणी जी ने रथयात्रा निकालकर दिशा दी थी। अगर मंडल कमीशन न आया होता ये भी राम मंदिर नहीं बनवाते ।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते उदित राज ने कहा कि 1949 से लेकर 90 तक हिंदू महासभा, आरएसएस और जनसंघ क्या कर रहा था? राम मंदिर निर्माण में अनुसूचित जाति से आने वाले कामेश्वर चौपाल की भूमिका की जब बात की गई तो कांग्रेस नेता ने कहा कि कामेश्वर चौपाल जी आपको आंबेडकरवादी होना चाहिए. हजारों वर्षों से दलितों को गांव के किनारे बसाया जाता था और परछाई से भी सवर्ण अपवित्र हो जाते थे. तालाब का पानी नहीं पीने दिया जाता था।
आज कामेश्वर चौपाल जी जो ‘चमचागीरी’ कर रहे हैं वो संविधान ने, डॉ. आंबेडकर ने ताकत दी है वरना भगवान राम-कृष्ण तो हजारों वर्ष से थे। क्या दुर्गति थी हम लोगों की? उन्होंने कहा कि हम लोगों का कलियुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा. दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का कलियुग शुरू हो जाएगा क्योंकि ये लोग कहते हैं कि जाति व्यवस्था सही है।