Uttar Pradesh News: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी दिनेश कुशवाह ने मंगलवार को जहर खा कर आत्महत्या की कोशिश की, जिसके बाद दिनेश को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोप है कि कर्मचारी को विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के आवास पर तैनात किया गया था, जहां मंत्री पुत्र उसका उत्पीड़न कर रहे थे। इन सबसे तंग आकर उसने यह कदम उठाया।
दो दिन पहले मंत्री के बेटे ने मारा
दिनेश कुशवाह को अवैध रूप से विश्वविद्यालय की जगह मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के आवास पर तैनात किया गया था। वहां मंत्री पुत्र उसका उत्पीड़न करते थे। दो दिन पहले उसे पीटा गया, जिसके बाद वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद विश्वविद्यालय के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। विवि के कर्मचारी तालाबंदी कर कुलसचिव सचिवालय में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाम को दिनेश की हालत में सुधार आने पर कर्मचारी शांत हुए।
कर्मचारी का पत्र हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर दिनेश कुशवाह का विवि के कुलसचिव को लिखा पत्र वायरल हो रहा है। उन्होंने इस पत्र में लिखा है कि 2 साल पहले उप कुलसचिव पवन कुमार ने उन्हें उच्च शिक्षामंत्री के आवास पर तैनात किया था। उनकी ड्यूटी शाम 5 बजे खत्म हो जाती है। इसके बावजूद मंत्री के पुत्र आलौकिक उपाध्याय रात को 8 बजे तक रोक कर रखते थे। उप कुलसचिव से शिकायत की, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की। कर्मचारी ने मंत्री पुत्र पर आरोप लगाया कि 13 मई को उन्होंने उसे जूते से पीटा और कहा कि जहां शिकायत करना है कर दे। विश्वविद्यालय को वह चलाते हैं।
योगेंद्र उपाध्याय ने क्या कहा?
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए कहा, ‘हमारे यहां तो यूनिवर्सिटी का कोई भी आदमी काम नहीं करता है। मेरे खिलाफ राजनीतिक कारणों से षड्यंत्र किया गया है। मेरी विरोधी लॉबी के लोग हैं, जो मामले को उछाल रहे हैं। यह विश्वविद्यालय से पूछा जाए कि मेरे यहां कितने सरकारी कर्मचारी तैनात हैं।’