कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि जो भी राजनीतिक नेता किसानों की जमीन की रक्षा के बारे में बात करेगा, उस पर मीडिया चौबीसों घंटे हमला करेगा।
राहुल गांधी ने आज बिहार के पूर्णिया जिले में किसानों से बातचीत की। उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल से बिहार तक जारी है। राहुल गांधी ने कहा कि जो भी राजनीतिक नेता किसानों की भूमि की रक्षा के बारे में बात करेगा, उस पर चौबीसों घंटे मीडिया द्वारा हमला किया जाएगा। यहां, भारत सरकार भूमि अधिग्रहण अधिनियम का उल्लंघन कर रही है। मैं आपके लिए यह मुद्दा संसद में उठा सकता हूं। मैं नहीं उठा सकता। आपको गारंटी दें कि पीएम मोदी इस बारे में कुछ भी करेंगे, लेकिन मैं आपके लिए यह मुद्दा उठा सकता हूं। मैं आपको आश्वासन दे सकता हूं कि एक बार फिर हमारी सरकार सत्ता में आएगी, हम आपके लिए यह करेंगे।
राहुल ने कहा कि किसानों को चारों तरफ से घेरा जा रहा है। आपसे जमीन छीन ली गई है और अडानी जी जैसे बड़े उद्योगपतियों को उपहार के रूप में दे दी गई है। नरेंद्र मोदी ने सबसे बड़ा काम करने की कोशिश की, तीन काले कानून लाए और जो आपका था वह आपसे छीन लिया गया। अच्छी बात यह है कि देश के किसान पीछे नहीं हटे।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि यह अजीब बात है कि अमीर लोगों का 14 लाख करोड़ रुपये माफ किया जा सकता है लेकिन किसानों का नहीं। मुझे लगता है कि किसान देश की रीढ़ हैं। अजीब बात है कि किसानों के 14 लाख करोड़ रुपये माफ किए जा सकते हैं, लेकिन किसानों के नहीं। यह अन्याय क्यों हो रहा है? अगर हम किसानों की रक्षा नहीं करते हैं, चाहे वह एमएसपी के बारे में हो। कर्ज माफी हो या उचित दाम मिले, तो देश आगे नहीं बढ़ सकता।
#WATCH | Congress MP Rahul Gandhi addresses the farmers in Purnea, Bihar during his Bharat Jodo Nyay Yatra.
— ANI (@ANI) January 30, 2024
He says, "…I am not speaking empty words here. We had waived off the Rs 72,000 Crores loan of farmers. We had brought the Land Acquisition Bill. When we had our… pic.twitter.com/ximBvmrGI4
उन्होंने जोर देकर कहा कि जिस समय राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में थी, उस समय सरकार ने किसानों को सही कीमत दी। राहुल गांधी ने कहा कि मैं खाली शब्द नहीं बोल रहा हूं। हमने किसानों के 72,000 करोड़ रुपये माफ किए थे। हम भूमि न्यायाधिकरण विधेयक लाए थे। जब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हमारी सरकार थी, तो हम किसानों को सही कीमत देते थे। हमने यह करके दिखाया है।