Loksabha Election 2024 results: भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में काफी वोटों का नुकसान हुआ। ये नुकसान सीटों में भी साफ देखने को मिला। फिलहाल बीजेपी को अकेले 272 सीटें आती हुए नहीं दिख रही है। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि बीजेपी को इतनी हार झेलनी पड़ी। इस पीछे कई कारण हैं। राजनीति को करीब से समझने वाले लोग Brij Bhushan Sharan Singh को भी एक वजह मानते हैं। (Brij Bhushan Sharan Singh) बृजभूषण शरण सिंह एक ऐसा नाम जो पिछले कुछ महीनों से लगातार न्यूज में रहा है। बृजभूषण शरण सिंह पर महिला खिलाड़ियों ने गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों की वजह से बीजेपी ने उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं दिया। लेकिन जानकारों का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह की वजह से बीजेपी इमेज काफी खराब हुई। देश का नाम रोशन करने वाली महिला खिलाड़ी जब दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठी तो वो लगातार बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगा रही थी।
महिला खिलाड़ियों ने Brij Bhushan Sharan Singh का खुलकर नाम लिया। इस मुद्दे पर बीजेपी के प्रवक्ता लगातार घिरते हुए नजर आए। सूत्रों की ओर से ऐसी भी खबरें आई कि बीजेपी अध्यक्ष ने कहा भी कि Brij Bhushan Sharan Singh की वजह से जाट वोटर्स में गुस्सा और निराशा है। तो क्या ये गुस्सा और निराशा लोकसभा चुनाव के नतीजों में देखने को भी मिल रहा है।
एक और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद का उद्घाटन कर रहे थे तो वहीं दूसरे ओर महिला खिलाड़ी जंतर-मंतर पर बैठी थीं। Brij Bhushan Sharan Singh की वजह से पार्टी की काफी फजीहत हुई। लेकिन कोई भी नेता खुलकर उनका विरोध नहीं कर पाया। इसका सीधा नुकसान जाट बैल्ट में देखने को मिला। पूरे देश में भी Brij Bhushan Sharan Singh केस का असर देखने को मिला। महिला खिलाड़ियों ने जब से Brij Bhushan Sharan Singh का नाम लिया तभी से देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। इतना ही नहीं दूसरे देशों में भी इस केस का जिक्र हुआ।
बीजेपी को भी Brij Bhushan Sharan Singh के होने वाले नुकसान का अंदाजा था। इसीलिए बीजेपी ने उनको टिकट नहीं दिया। नामांकन से एक दिन पहले उनके बेटे को टिकट दिया गया। बीजेपी उत्तर प्रदेश में अपने सहयोगी दलों के लिए पांच सीट छोड़कर बाकी 75 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बीजेपी ने 73 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। लेकिन रायबरेली और कैसरगंज सीट के लिये प्रत्याशियों की घोषणा सबसे आखिर में की। Brij Bhushan Sharan Singh लगातार मीडिया में इंटरव्यू देते रहे। इंटरव्यू में उनकी छवि एक दबंग नेता की बनी। जो जनता में अच्छा संकेत नहीं था।
यूपी की राजनीति को करीब से समझने वालों का कहना है कि Brij Bhushan Sharan Singh और योगी में दोस्ती नहीं है। लेकिन अमित शाह के साथ Brij Bhushan Sharan Singh के अच्छे रिश्ते हैं। इसी वजह से बीजेपी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि, महिला पहलवानों द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद Brij Bhushan Sharan Singh ने अयोध्या में संतों से साथ रैली करने की घोषणा की थी। लेकिन बाद में उस रैली को रद्द करना पड़ा। इस पर कई जानकार लोगों का कहना था कि योगी नहीं चाहते थे कि Brij Bhushan Sharan Singh अयोध्या में रैली करें। इसी वजह से उनकी रैली को रद्द करवा दिया गया। एक टीवी इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में Brij Bhushan Sharan Singh ने कही कि योगी मेरे नेता नहीं है। दबी जुबान में कही गयी ये बात दूर तक गई।