भारत-कनाडा विवाद पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत का पक्ष रखते हुए कनाडा को करारा जवाब दिया है। भारत ने अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि कनाडा खालिस्तानियों को, आतंकवादियों को पनाह दे रहा है। जिसमें पाकिस्तान उसका साथ दे रहा है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि कनाडा ने निज्जर के मामले में उसकी मौत के बाद और ना अभी कोई ठोस जानकारी भारत के साथ साझा की है। वहीं भारत ने अपने यहां वांटेड आतंकी और अपराधियों के सौंपे जाने की माँग के साथ जानकारियां भी शेयर की हैं।
अरिंदम बागची ने आगे कहा है कि कनाडा में रहकर आतंक फैला रहे लोगों की जानकारी वहां की सरकार को दी गई लेकिन उसपर भी कोई एक्शन नहीं हुआ। भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि कनाडा आतंकवादी गतिविधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है। उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत है। दोनों देशों की ओर से वीजा संबंधित मामलों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि आप सभी कनाडा में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों को मिल रही धमकी और सुरक्षा खतरों से अवगत हैं। जिससे संबंधित कामकाज में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। इसलिए हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास अस्थायी रूप से काम करने में असमर्थ हैं। हम नियमित आधार पर इसकी समीक्षा करेंगे। बागची ने कहा कि हमने कनाडा को सूचित किया है कि उनके और हमारे राजनयिकों की संख्या में असमानता है। भारत में कनाडा के राजनयिकों की संख्या अधिक है। हमने उन्हें बताया है कि इसे बराबर करने की ज़रूरत है। इस पर काम किया जा रहा है। वहीं निज्जर के मामले में कनाडा ने उसकी मौत के बाद और अभी तक कोई ठोस जानकारी भारत के साथ साझा नहीं की है। वहीं भारत ने अपने यहां वांटेड आतंकी और अपराधियों के सौंपे जाने की माँग के साथ जानकारियां शेयर की हैं। हम कनाडा में वीज़ा आवेदनों की प्रोसेसिंग में अभी समर्थ नहीं हैं। हमारा मंत्रालय लगातार समीक्षा कर रहे हैं। जब स्थिति सामान्य होगी तो हम सामान्य प्रक्रिया बहाल करेंगे।