उमेश पाल हत्याकांड में वांछित चल रहे अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को कल यूपी पुलिस ने मार गिराया. असद के एनकाउंटर के बाद जो इसकी मेडिकल रिपोर्ट में बात सामने आई है कि असद को दो गोलियां लगी है, एक गोली तो असद की पीठ में लगी है वहीं दूसरी गोली असद की छाती में जाकर लगी है. एक सूत्र के अनुसार असद के साथ मारे गए उसके साथी गुलाम को एक गोली लगी है जो इसकी छाती को चीरती हुई आगे निकल गई.
यूपी पुलिस के लिए ये दोनों 50 दिनों से वांछित चल रहे थे. बताया जा रहा है कि पुलिस ने इन्हें पकड़ने की कोशिश की लेकिन इन दोनों ने पुलिस पर ही फायरिंग कर दी. बाद में पुलिस की जवाबी कार्यवाही में ये दोनों पुलिस की गोली का शिकार हो गए. एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम की कमान पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार और विमल कुमार सिंह ने किया. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने ये भी बताया कि असद अपने गैंग के लोगों से मिलकर अतीक के काफिले पर हमला करने की तैयारी में था.पुलिस मुख्यालय में अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ) अमिताभ यश ने बताया कि इस अभियान में दो पुलिस उपाधीक्षक, दो निरीक्षक, एक उपनिरीक्षक , पाँच हेड कांस्टेबल और दो कमांडो शामिल थे.
बताया ये भी जा रहा है 24 फरवरी को शूटर के साथ उमेश पाल की हत्या करने के बाद असद लखनऊ के रास्ते बहराइच भाग गया और फिर नेपाल भाग गया. इसके बाद यूपी पुलिस ने एसटीएफ को कमान सौंप दी, जिसके बाद 18 टीमों का गठन किया गया. एसटीएफ ने इसके बाद असद और शूटरों के बारे में ट्रैसिंग और खोजबीन शुरू कर दी और इसके बाद कल का वक्त आया जब यूपी एसटीएफ ने इन दोनों को पकड़ने की कोशिश की और फिर जवाबी फायरिंग में ये दोनों मारे गए. इस एनकाउंटर सवाल उठाते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि ये नकली एनकाउंटर है. अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा ‘ एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है. भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं. आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जाँच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है’