Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण का सियासी घमासान इतना जबरदस्त है कि इसमें मौसम की गर्मी पर सियासी गर्मी भारी पड़ी। पांचवें चरण में यूपी की 14 सीटों पर चुनाव हुआ तो मुंबई की 6 सीटों समेत पूरे महाराष्ट्र में भी चुनाव संपन्न हो गया। अयोध्या के जिस राम मंदिर को बीजेपी के उभार का सबसे बड़ा कारण माना जाता है उस राम मंदिर के शहर अयोध्या-फैजाबाद में भी पांचवें चरण में वोटिंग हो गई। राम मंदिर का देश के चुनाव पर कितना असर पड़ा। बीजेपी को इससे कितना फायदा हुआ—ये इस चरण के चुनाव में साफ होने वाला है।
यूपी के अमेठी में दोपहर चढ़ते-चढ़ते पारा 45 डिग्री के पार पहुंच गया, लेकिन भीषण गर्मी न बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी के इरादों को पिघला पाई और न ही उनके सेलिब्रिटी वाले चेहरे को। भीषण गर्मी में दिन भर बूथ दर बूथ घूमती रहीं स्मृति ईरानी। उन्होंने गौरीगंज के कई बूथों पर जाकर पोलिंग व्यवस्था देखी, अपने पोलिंग एजेंट्स और कार्यकर्ताओं में जोश भरा और दावा किया कि जनता फिर 2019 का रिजल्ट दोहराने वाली है।
अमेठी में कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने भी वोटिंग वाले दिन पूरे संसदीय क्षेत्र की धूल मिट्टी एक कर दी। हालांकि पूरे चुनाव प्रचार में किशोरी लाल शर्मा के साथ हर वक्त दिखाई देने वाली प्रियंका गांधी दिखाई नहीं दी, लेकिन पूरे अमेठी में प्रचार के दौरान उन्होंने ऐसा माहौल बना दिया, जिससे लग रहा है कि अमेठी में किशोरी लाल शर्मा नहीं बल्कि प्रियंका गांधी ही चुनाव लड़ रही हैं। अमेठी की तरह रायबरेली में भी दिन भर जबरदस्त गहमागहमी रही। रायबरेली में कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी और बीजेपी के दिनेशप्रताप सिंह ने पूरे पोलिंग प्रोसेस पर कड़ी निगरानी रखी।
रायबरेली के कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी सुबह-सुबह रायबरेली के पीपलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। उसके बाद मतदान केंद्रों की तरफ निकल गए। उन्होंने जिले के कई पोलिंग बूथ का निरीक्षण किया। एक पोलिंग बूथ पर राहुल गांधी ने कहा कि उनके कई समर्थकों को बीजेपी नेताओं की तरफ से धमकाया जा रहा है। उनके लोगों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। राहुल गांधी ने इसकी चुनाव अधिकारी से शिकायत की है।
रायबरेली में भीषण गर्मी के बीच मतदाताओं में अच्छा खासा उत्साह दिखाई दिया। सुबह-सुबह पोलिंग बूथ पर कतारें दिखीं, तो दोपहर में सन्नाटा रहा। शाम को फिर वोटिंग ने रफ्तार पकड़ी। वहीं, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी मतदाताओं ने खूब उत्साह दिखाया। लखनऊ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वोट डालने पहुंचे और लोगों से सभी काम छोड़कर मतदान करने की अपील की। उत्तर प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य पांचवें चरण की सभी 14 सीटें जीतने का दम भरते नजर आए। इन्होंने तो यहां तक कह दिया कि इस बार रायबरेली भी जीतेंगे जो 2019 के चुनाव में नहीं जीत सके थे।लेकिन बीजेपी नेताओं के उलट सुबह सुबह सबसे बड़ा बयान दिया। बीएसपी अध्यक्ष मायवती ने उन्होंने वोट डालने के बाद कह दिया कि नेताओं ने मतदाताओं को बहुत भ्रमित किया है। इस बार बदलाव के लिए वोट हो रहा है।
पांचवें चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर वोटिंग हुई। पहले के चरणों के मुकाबले ये सीटें भले कम हैं, लेकिन पांचवें चरण की सभी सीटें जबर्दस्त संघर्ष औऱ कांटे की लड़ाई वाली हैं। पांचवें चरण में मुंबई की सभी 6 सीटों पर चुनाव हो गया। पांचवें चरण में मुंबई की 6 सीटों समेत कुल 13 सीटों पर वोटिंग हुई। इसी के साथ महाराष्ट्र में चुनाव संपन्न हो गया है। मुंबई के मतदान केंद्रों पर सुबह से अच्छी खासी भीड़ देखी गई। मुंबई में चुनाव के मुद्दे तो कई हैं, लेकिन सबसे ज्यादा छाया रहा असली शिवसेना की लड़ाई। मुंबई में उद्धव ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे के लिए ये चुनाव परीक्षा की घड़ी है।
मुंबई में आम मुंबईकर के अलावा फिलमी सितारों ने भी मतदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। मुंबई में पीयूष गोयल और उद्धव ठाकरे ने वोट डाला तो आम जनता से लेकर तमाम बड़े सितारे वोट डालने पहुंचे। उद्योगपति अनिल अंबानी सुबह-सुबह मतदान के लिए लाइन में खड़े नजर आए। सुबह सुबह वोट डालने वालों में अक्षय कुमार, फरहान अख्तर, जाह्नवी कपूर और राजकुमार राव शामिल हैं। अभिनेत्री हेमा मालिनी भी मुंबई में वोट डालने पहुंची। इस दौरान उनके साथ बेटी ईशा देओल भी नजर आईँ। दोनों ने अपनी उंगली में वोटिंग की स्याही दिखाई। अभिनेता ऋतिक रौशन ने भी सपरिवार मतदान किया। कई अभिनेताओं ने वोटिंग के बाद मीडिया से बात कीऔर सभी से वोट डालने की अपील की।
पांचवें चरण के बाद 70 फीसदी से ज्यादा चुनाव संपन्न हो चुका है। अब छठे और सातवें चरण की वोटिंग बाकी है। छठे चरण में दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। तो सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को वोटिंग होगी। मई की तपती गर्मी में अभी 25 मई को फिर सियासी पारा भी चढ़ेगा। जून के पहले हफ्ते में अगर मानसून कुछ राहत देता है तो मौसम में थोड़ी ठंडक आएगी। हालांकि 4 जून तक सियासी पारा इसी तरह गर्म बना रहेगा।