प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामला दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार यह वह दूसरा मामला है जिसे ईडी ने अब तक मोइत्रा के खिलाफ दर्ज किया है। पहला मामला विदेशी मुद्रा उल्लंघन से जुड़ा है। इस मामले के तहत ईडी ने मोइत्रा को तीन समन जारी किए थे।
मोइत्रा अब तक जांचकर्ताओं के सामने नहीं आई हैं। ईडी का ये कदम उसके बाद आया, जब सीबीआई ने लोकपाल के दिशानिर्देश के आधार पर मोइत्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। मोइत्रा के खिलाफ भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आरोप लगाए थे। इन आरोपों की गहन जांच के बाद लोकपाल ने सीबीआई को 6 महीने में मोइत्रा के खिलाफ सबूत पेश करने के निर्देश दिए थे।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए थे। दुबे का आरोप था कि मोइत्रा ने दुबई के कारोबारी दर्शन हिरानांदानी से रिश्वत के तौर पर नकदी और उपहार लेकर लोकसभा में सवाल पूछे थे। दुबे ने मोइत्रा पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने और रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया था। इन सब चीजों के चलते मोइत्रा को लोकसभा ने पहले ही दिसंबर में निकाल दिया था। पूर्व सांसद ने सुप्रीम कोर्ट में अपने निकाले जाने का विरोध किया था।
मोइत्रा पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में फिर से चुनाव में शामिल होने जा रही हैं। मोइत्रा ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने अडानी समूह के सौदों पर सवाल उठाए थे।