Trump Oath Ceremony: डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। उनके शपथ ग्रहण का आयोजन भारतीय समयानुसार रात 10.30 बजे के आसपास किया जाएगा। दरअसल, इस बार अमेरिका में कड़कड़ाती ठंड की वजह से संसद के अंदर ही शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपतियों की शपथ सिर्फ 35 शब्दों में ही ली जाती है। राष्ट्रपति शपथ लेते हुए कहेंगे कि मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के पद का निष्ठापूर्वक निर्वहन करूंगा और अपनी पूरी क्षमता से संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंगा।
दुनिया भर के दौलतमंद ट्रंप के शपथ ग्रहण में होंगे शामिल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की तरफ से मुकेश, नीता अंबानी और विदेश मंत्री जयशंकर शामिल होंगे। उनके अलावा ट्रंप की कैबिनेट में शामिल अरबपति कारोबारी एलॉन मस्क के साथ-साथ अमेजॉन के सीईओ जेफ बेजोस, मेटा सीईओ मार्क जकरबर्ग, एप्पल के टिम कुक, ओपनएआई के सैम ऑल्टमैन और टिकटॉक के प्रमुख शाउ जी च्यू भी इस शपथ में शामिल होंगे।
चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग शपथ होंगे शामिल
इस बार भारत की तरफ से पीएम मोदी की जगह विदेश मंत्री जयशंकर शामिल होंगे। इसके अलावा चीन की ओर से उपराष्ट्रपति हान झेंग शपथ ग्रहण का हिस्सा होंगे। इसके अलावा इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई, इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ, अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले, ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बान, पोलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री माटेउज मोराविक और ब्रिटेन की दक्षिणपंथी पार्टी रिफॉर्म पार्टी के नेता नाइजल फराज शामिल होंगे। बता दें कि अमेरिका के पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू बुश भी शामिल होंगे।
मां ने 1955 में ट्रंप को दी थी बाइबल
ट्रंप की मां ने 1955 में न्यूयॉर्क के जमैका में फर्स्ट प्रेस्बिटेरियन चर्च में प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई के दौरान उन्हें बाइबल दी थी जिसके कवर के निचले हिस्से पर ट्रंप का नाम लिखा है। समिति ने बताया कि इसके अलावा शपथ ग्रहण समारोह में लिंकन बाइबल का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
लिंकन बाइबल का भी करेंगे इस्तेमाल
लिंकन बाइबल का पहली बार इस्तेमाल चार मार्च 1861 को 16वें राष्ट्रपति (अब्राहम लिंकन) के शपथ ग्रहण समारोह में किया गया था। उसके बाद से अब तक इसका इस्तेमाल केवल तीन बार किया गया है।
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने दोनों शपथ ग्रहण समारोह में जबकि ट्रंप ने 2017 में अपने प्रथम शपथ ग्रहण समारोह में लिंकन बाइबल का इस्तेमाल कर चुके हैं।