Canada Biggest Heist: आपने नेटफ्लिक्स पर मनी हाइस्ट तो देखा होगा। दुनिया की सबसे पॉपुलर चोरी पर आधारित इस फैंटेसी सीरीज जैसी घटना असल में घटित हुई है। ये चोरी कनाडा में पिछले साल अप्रैल में हुई थी। ये कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी में से थी। इस चोरी में टोरंटो के पियरसन इंटरनेट एयरपोर्ट पर सोना और नकदी उड़ा ली गई। हैरानी की बात है कि जब चोरों की गिरफ्तारी हुई तो भारतीय मूल के लोगों का भी नाम सामने आया। इस तरह से एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह वारदात किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है।
एयरपोर्ट से गायब कर दिया सोने और कैश से भरा कंटेनर
इस मामले को सुलझाने के लिए जांचकर्ताओं को काफी मशक्कत करनी पड़ी। 17 अप्रैल 2023 को हुई इस चोरी में हवाई अड्डे से 22 मिलियन कनाडाई डॉलर की संपत्ति गायब हो गई थी। जहां से ये चोरी हुई वो जगह बेहद सेफ स्टोरेज के तौर पर जानी जाती है। चोरी गए सामान में 6,600 किलोग्राम (99.99% शुद्ध) सोने की बारें शामिल थीं, जिनकी कीमत 22 मिलियन कनाडाई डॉलर से अधिक थी। इसके साथ ही साथ 2.5 मिलियन कनाडाई डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्रा भी चोरी हो गई।
जानकारी के अनुसार चोरों ने नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर इस सेफ स्टोरेज हाउस तक एंट्री हासिल की और फिर कंटेनर को हवाई अड्डे से बाहर ले गए। सीसीटीवी फुटेज में एक ट्रक को कंटेनर ले जाते हुए देखा गया है। इस ट्रक को गिरोह के एक सदस्य चला रहा था। कुछ ही घंटों में यह कंटेनर गायब हो गया, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मामले की जांच शुरू की गई।
वारदात का मास्टरमाइंड
इस हवाई डकैती की योजना के सरगना कनाडा की नेशनल विमान सेवा ‘एयर कनाडा’ के कर्मचारी निकले। इन कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने चोरी को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी। गिरफ्तार किए गए लोगों में परमपाल सिद्धू और सिमरन प्रीत पनेसर जैसे पूर्व और वर्तमान कर्मचारी शामिल थे। एयरलाइंस में उनकी पोजीशन ने उन्हें इस वारदात को अंजाम देने के लिए महत्वपूर्ण अंदरूनी जानकारी प्रदान की थी।
छापेमारी और जाल का खुलासा
जैसे ही हवाईअड्डे के अधिकारियों को पता चला कि कंटेनर गायब है तो कई देशों में जांच शुरू की गई। महीनों की लगातार जांच के बाद एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली। गिरफ्तारियां की गईं, वारंट जारी किए गए और आपराधिक जाल का पर्दाफाश होना शुरू हुआ। जांच में पाया गया कि इस अपराध में भारतीय मूल के लोग भी शामिल थे।
सोने का नया रूप
पुलिस को मिले सबूतों से पता चलता है कि चोरी हुए सोने को पिघलाकर गहनों जैसे अन्य रूपों में बदल दिया गया था ताकि सोने की असली पहचान छुपाई जा सके। एक साल तक चली जांच के बाद कुल मिलाकर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।
यह कहानी सिर्फ चोरी तक ही सीमित नहीं रही। एक नाटकीय मोड़ में, अमेरिका-कनाडा सीमा के दोनों ओर के पुलिस बलों ने साथ मिलकर चोरी हुए सोने और अवैध हथियारों की तस्करी के बीच संबंधों का खुलासा किया। इस मामले में एक ऐसी गिरफ्तारी हुई जिसने बहुत बड़े आपराधिक जाल का पर्दाफाश किया। इससे सोना चोरों और कनाडा में हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह के बीच संबंधों का पता चला।