Sheikh Hasina Resigns: पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश हिंसा की आग में जल रहा है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने इसकी पुष्टि की है। । भारी संख्या में प्रदर्शनकारी पीएम हाउस में दाखिल हो गए हैं।
देशभर में सेना तैनात
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना (Sheikh Hasina Resigns) भारत के लिए रवाना हो गई हैं। ये भी कहा जा रहा है कि शेख हसीना के साथ उनकी बहन भी हैं। शेख हसीना के बेटे ने देश के सुरक्षाबलों से आग्रह किया है कि वे संभावित तख्तापलट के प्रयासों को सफल नहीं होने दें। इस बीच राजधानी ढाका सहित देशभर में सेना तैनात कर दी गई है। कर्फ्यू लागू है। इससे पहले सत्तारूढ़ अवामी लीग और मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी के शीर्ष नेतृत्व के बीच सेना हेडक्वार्टर में बड़ी बैठक हो रही है।
Bangladesh Army Chief says, "Representatives of main political parties were present in discussion with Army. Request students to stay calm and go back home."- reports Reuters
— ANI (@ANI) August 5, 2024
(Photo source: Reuters) pic.twitter.com/ocVLGgH8gY
सेना चीफ जनरल वकार-उज-जमान करेंगे प्रेस कांफ्रेंस
बता दें कि बांग्लादेश में स्थिति लगातार खराब हो रही है। हालातों के बीच सेना चीफ जनरल वकार-उज-जमान थोड़ी देर में देश को संबोधित कर सकते हैं। इससे पहले देशव्यापी कर्फ्यू को दरकिनार कर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी लॉन्ग मार्च के लिए ढाका के शाहबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए थे। वहीं, एक दिन पहले रविवार को हुई हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई. इनमें 19 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
बांग्लादेश के हालात ठीक वैसे ही बनते जा रहे हैं, जैसे कुछ समय पहले पाकिस्तान के थे। पाकिस्तान की तरह ही अंदरूनी कलह से जूझ रहे बांग्लादेश में लॉन्ग मार्च का आह्वान किया था। छात्र नेताओं ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सविनय अवज्ञा आंदोलन की घोषणा की।
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छात्रों का ढाका तक लॉन्ग मार्च क्यों?
बांग्लादेश में छात्र प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए देशव्यापी कर्फ्यू को धता बताते हुए सोमवार को राजधानी ढाका तक लॉन्ग मार्च के लिए जुटे हैं। एंटी डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट ने सोमवार को एक दिन के लॉन्ग मार्च का आह्वान किया था। इस लॉन्ग मार्च के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी और बख्तरबंद गाड़ियों को सड़कों पर गश्ती करते देखा जा सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रोटेस्ट के समन्वयक आसिफ महमूद ने कहा कि इस सरकार ने कई छात्रों का कत्ल किया है। अब समय आ गया है कि सरकार को अपने कर्मों का हिसाब देना होगा। सोमवार को हर छात्र ढाका का रुक कर रहा है।