Hindus in Bangladesh: बांग्लादेश में हुई हिंसा के दौरान पूर्व पीएम शेख हसीना बांग्लादेश को छोड़कर भारत आ गई थी। तब से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश में हसीना की सरकार गिरने के बाद मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने दावा किया कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर उनकी सरकार कदम उठा रही है, लेकिन बांग्लादेश से भयावह करने वाली एक खबर सामने आ रही है।
जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने अल्पसंख्यको को लेकर एक तुगलकी फरमान जारी किया है।
बांग्लादेश के निजी अखबार ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार और रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी के द्वारा जारी फरमान में कहा गया है कि बांग्लादेश में अजान के समय में हिंदू अब पूजा-पाठ नहीं कर सकेंगे। अजान और नमाज के समय हिंदू समुदाय के लोगों पर भजन सुनने और लाउडस्पीकर बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर वे इन नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए जाते हैं तो पुलिस उसे बगैर किसी वारंट के अरेस्ट कर लेगी।
पूजा समितियों को दिया गया आदेश
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने हिंदू समुदाय से दुर्गा पूजा से संबंधित गतिविधियों, विशेषकर अजान और नमाज के दौरान संगीत बजाने पर रोक लगाने का आग्रह किया है। पूजा समितियों को संगीत और ध्वनि प्रणाली बंद रखने को कहा गया है और उन्होंने इस पर सहमति भी जता दी है।
हिंदू मंदिरों में मदरसा छात्रों की रहेगी तैनाती
मोहम्मद यूनुस अतंरिम सरकार ने दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू मंदिरों में मदरसा छात्रों की तैनाती का आदेश भी दिया है। बांग्लादेश के धार्मिक मामलों के सलाहकार डॉ. एएफएम खालिद हुसैन ने राजशाही जिले के गोदागरी में स्थित प्रेमतली गौरांग बारी काली मंदिर का दौरा किया। पांच अगस्त को शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद और देश छोड़ने के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार हिंसा का दौर जारी है।