ED Arrest Arvind Kejriwal: प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। आइए जानते हैं यह क्या मामला है और इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी कैसे हुई है।
दिल्ली की आबकारी नीति का मामला
यह मामला दिल्ली की आबकारी नीति 2021-22 से जुड़ा है जहां आम आदमी पार्टी की सरकार पर शराब कारोबारियों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाने और बदले में रिश्वत लेने का आरोप है। आम आदमी पार्टी की सरकार पर 100 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप है। इस मामले में पहले ही आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह गिरफ्तार हैं।
केजरीवाल इस मामले में गिरफ्तार हुए सबसे हाई प्रोफाइल नेता
अब ईडी ने 21 मार्च देर शाम अरविंद केजरीवाल को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस केस में बीआरएस की नेता के कविता को भी गिरफ्तार किया गया था। ऐसे में अरविंद केजरीवाल चौथे हाई प्रोफाइल नेता बन जाते हैं जिन्हें इस मामले में ताजा गिरफ्तारी मिली है।
शराब कारोबारियों का प्रॉफिट मार्जिन बढ़ा दिया था
ईडी का कहना है कि शराब नीति के तहत दिल्ली सरकार ने शराब कारोबारियों का प्रॉफिट मार्जिन बढ़ा दिया था जिसमें से कुछ हिस्सा रिश्वत के रूप में लिया था। जैसे की होलसेल शराब कारोबारी के लिए 12% प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाया था जिसमें से आधा हिस्सा आप नेताओं को मिला था।
ऐसे इस्तेमाल हुए थे 100 करोड़ रुपये
ईडी का आरोप है कि यह नई आबकारी नीति अरविंद केजरीवाल के दिमाग की ही उपज थी। ईडी ने यह भी बताया कि ‘आप ‘को इस मामले में जो 100 करोड़ रुपए मिले थे उसमें से 45 करोड़ रुपए 2022 में गोवा विधानसभा चुनाव के लिए इस्तेमाल किए गए थे। इस तरह से आम आदमी पार्टी भी इस घोटाले की हिस्सेदार बन गई थी। ईडी ने ये बात दिसंबर 2023 में आप नेता संजय सिंह के खिलाफ दायर चार्जशीट में बताई थी।
आप नेताओं की जेब में भी गए रुपये
इस चार्ट शीट में बताया था कि आम आदमी पार्टी के कुछ नेता निजी तौर पर इस घोटाले के हिस्सेदार थे। जैसे कि मनीष सिसोदिया को 2.2 करोड रुपए रिश्वत के तौर पर मिले। संजय सिंह ने भी 2 करोड़ कमाए थे। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन इंचार्ज विजय नायर को डेढ़ करोड़ रुपए मिले थे।