Narendra Modi and Bill Gates Discussion: माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने पीएम मोदी के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर दिल खोलकर चर्चा की। इस चर्चा का वीडियो आज ही इनंटरनेट पर डाला गया है। इस चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ी खबरों के बारे में बताया। पीएम ने चर्चा के दौरान बिल गेट्स से कहा कि अगर लोगों को AI का इस्तेमाल करने के लिए सहीं ट्रेनिंग नहीं दी गई तो लोग इस नई तकनीक का दुरुपयोग कर सकते हैं। अगर लोग AI को किसी जादुई टूल की तरह इस्तेमाल करेंगे तो यह गंभीर अन्याय होगा।
पीएम ने बताया कि AI बहुत महत्वपूर्ण टूल है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में हम अपनी मां को ‘आई’ कहते हैं। कभी-कभी, मैं मजाक में कहता हूं कि अब जब कोई बच्चा पैदा होता है, तो वह ‘आई’ कहता है। लेकिन, अब के बच्चे आई के साथ-साथ AI भी कहते हैं।
AI का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं लोग
पीएम ने बिल गेट्स से कहा कि अगर इतनी अच्छी तकनीक का इस्तेमाल बिना सही ट्रेनिंग के किया जाएगा तो लोग इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हमें AI-जनित चीजों पर स्पष्ट वॉटरमार्क के साथ शुरुआत करनी चाहिए। ऐसा करने से लोग गुमराह नहीं होंगे। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से ऐसे डीपफेक का इस्तेमाल कर सकता है। यह जानना बहुत जरूरी है कि डीपफेक चीजें AI-जनरेटेड होती हैं। हमें इसके इस्तेमाल के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इसके बारे में सोचने की जरूरत है।
AI का इस्तेमाल करने से आलसी हो रहे लोग
चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने मानव जाति के जीवन को आसान बनाने के लिए चैट जीपीटी जैसे AI टूल को अच्छा बताया है। लेकिन, साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इसका इस्तेमाल करने के कारण लोग आलसी होने के साथ-साथ गलत रास्ता भी चुन रहे हैं। पीएम ने कहा कि लोग अगर AI पर आलस्य के कारण भरोसा कर रहे हैं, तो यह गलत रास्ता है। लोगों को तो चैट जीपीटी के साथ प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए और AI से आगे निकलने की कोशिश करनी चाहिए।
इस पर बिल गेट्स ने कहा कि AI के इस्तेमाल के ये शुरुआती दिन हैं। AI उन चीजों को भी बड़ी आसानी से कर रहा है, जो लोगों को कठिन लगता है। एक दिन यह तकनीक ऐसा करने में असफल हो जाएगी, जिसे आप आसान समझ रहे हैं। ऐसा लगता है कि AI एक बहुत बड़ा अवसर है। लेकिन, इसके साथ-साथ कुछ चुनौतियां भी आती हैं।
AI की मदद से हिंदी भाषण का तमिल में किया गया अनुवाद
पीएम ने बिल गेट्स को बताया कि पिछले साल वाराणसी में काशी तमिल संगमम कार्यक्रम के दौरान उनके भाषण को भी AI की मदद से ही अनुवाद किया गया था। उनके हिंदी भाषण का तमिल में अनुवाद किया गया था।