Narendra Modi and Bill Gates Discussion: माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने पीएम मोदी के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर दिल खोलकर चर्चा की। इस चर्चा का वीडियो आज ही इनंटरनेट पर डाला गया है। इस चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ी खबरों के बारे में बताया। पीएम ने चर्चा के दौरान बिल गेट्स से कहा कि अगर लोगों को AI का इस्तेमाल करने के लिए सहीं ट्रेनिंग नहीं दी गई तो लोग इस नई तकनीक का दुरुपयोग कर सकते हैं। अगर लोग AI को किसी जादुई टूल की तरह इस्तेमाल करेंगे तो यह गंभीर अन्याय होगा।
PM Narendra Modi says, "If such a good thing (AI) is given to someone without proper training, it is likely to be misused…I suggested that we should start with clear watermarks on AI-generated content. So that nobody is misguided…In a democratic country like India, anybody… https://t.co/RslTuTrwHE pic.twitter.com/6VK0WuwF4R
— ANI (@ANI) March 29, 2024
पीएम ने बताया कि AI बहुत महत्वपूर्ण टूल है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में हम अपनी मां को ‘आई’ कहते हैं। कभी-कभी, मैं मजाक में कहता हूं कि अब जब कोई बच्चा पैदा होता है, तो वह ‘आई’ कहता है। लेकिन, अब के बच्चे आई के साथ-साथ AI भी कहते हैं।
AI का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं लोग
पीएम ने बिल गेट्स से कहा कि अगर इतनी अच्छी तकनीक का इस्तेमाल बिना सही ट्रेनिंग के किया जाएगा तो लोग इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हमें AI-जनित चीजों पर स्पष्ट वॉटरमार्क के साथ शुरुआत करनी चाहिए। ऐसा करने से लोग गुमराह नहीं होंगे। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से ऐसे डीपफेक का इस्तेमाल कर सकता है। यह जानना बहुत जरूरी है कि डीपफेक चीजें AI-जनरेटेड होती हैं। हमें इसके इस्तेमाल के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इसके बारे में सोचने की जरूरत है।
#WATCH | PM Narendra Modi and Bill Gates discuss how India sees AI. They also discuss Deepfake.
— ANI (@ANI) March 29, 2024
PM says, "If we use AI as a magic tool, it will perhaps lead to a grave injustice. If AI is relied on out of laziness…then it is the wrong path. I should have a competition with… pic.twitter.com/M8l5tt66tx
AI का इस्तेमाल करने से आलसी हो रहे लोग
चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने मानव जाति के जीवन को आसान बनाने के लिए चैट जीपीटी जैसे AI टूल को अच्छा बताया है। लेकिन, साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इसका इस्तेमाल करने के कारण लोग आलसी होने के साथ-साथ गलत रास्ता भी चुन रहे हैं। पीएम ने कहा कि लोग अगर AI पर आलस्य के कारण भरोसा कर रहे हैं, तो यह गलत रास्ता है। लोगों को तो चैट जीपीटी के साथ प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए और AI से आगे निकलने की कोशिश करनी चाहिए।
इस पर बिल गेट्स ने कहा कि AI के इस्तेमाल के ये शुरुआती दिन हैं। AI उन चीजों को भी बड़ी आसानी से कर रहा है, जो लोगों को कठिन लगता है। एक दिन यह तकनीक ऐसा करने में असफल हो जाएगी, जिसे आप आसान समझ रहे हैं। ऐसा लगता है कि AI एक बहुत बड़ा अवसर है। लेकिन, इसके साथ-साथ कुछ चुनौतियां भी आती हैं।
AI की मदद से हिंदी भाषण का तमिल में किया गया अनुवाद
पीएम ने बिल गेट्स को बताया कि पिछले साल वाराणसी में काशी तमिल संगमम कार्यक्रम के दौरान उनके भाषण को भी AI की मदद से ही अनुवाद किया गया था। उनके हिंदी भाषण का तमिल में अनुवाद किया गया था।