Odisha New CM Mohan Charan Majhi: ओडिशा में पहली बार भाजपा की सरकार बनने जा रही है। आज यानी बुधवार को भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में मोहन चरण माझी शपथ लेंगे। वहीं, डिप्टी सीएम के रूप में केवी सिंह देव और प्रवती परिदा भी शपथ लेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे। शपथ ग्रहण समारोह शाम 5 बजे होगा। ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने मीडिया को बताया कि शपथ ग्रहण में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और जानी-मानी हस्तियों को बुलाया गया है।
11 जून को हुई विधायक दल की बैठक के बाद पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने मोहन चरण माझी के नाम का एलान किया था। सीएम चुने जाने के बाद माझी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए पुरी जाएंगे ।
2023 में चर्चा में आए थे माझी
माझी 2023 में सुर्खियों में आए थे। उन्होंने 700 करोड़ रुपये के मिड डे मील घोटाले को उजागर करने के लिए अनूठे तरीके से विधानसभा में विरोध किया था। अपना विरोध जताने के लिए माझी ने एक कटोरी बिना पकी दाल स्पीकर की तरफ फेंक दिया था। इस घटना के बाद माझी के नाम की चर्चा हर जगह होने लगी थी।
4 बार एक ही विधानसभा क्षेत्र से जीते हैं माझी
भाजपा ने इस बार ओडिशा से चार बार एक ही विधानसभा क्षेत्र से जीते मोहन चरण माझी पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा। इस बार ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बीजू जनता दल को हरा कर बड़ी जीत हासिल की। भाजपा 147 में से 78 सीटों पर जीत हासिल कर ओडिशा में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है। बता दें कि भाजपा ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए बिना पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था ।
क्योंझर सीट से चौथी बार जीते हैं माझी
आदिवासी नेता मोहन माझी ने विधानसभा चुनाव में क्योंझर सीट से बीजू जनता दल की मीना माझी को 11,577 वोटों से हराकर जीत हासिल की हैं । यह उनकी विधानसभा चुनाव में चौथी जीत है। वह पहली बार 2000 में क्योंझर (एसटी) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के विधायक चुने गए थे । इसके बाद वह 2004, 2019 और 2024 में भी क्योंझर सीट से चुनाव लड़े और जीते।
सियासी सफर
मोहन चरण माझी का जन्म 1972 में ओडिशा में हुआ था । उनके पिता का नाम गुनाराम माझी है। माझी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एक सरपंच के रूप में किया था। वे 1997 से 2000 तक वे सरपंच के पद पर ही थे। बाद में 1997 में वे भाजपा ओडिशा आदिवासी मोर्चा के सचिव बने। इसके अलावा, मोहन स्थानीय स्तर पर युबज्योति क्लब, रायकला के अध्यक्ष, बाबा धबलेश्वर महादेव मंदिर समिति, रायकला के सदस्य और भाजपा ओडिशा एसटी मोर्चा के महासचिव जैसे पदों पर भी रह चुके हैं।
यह भी पढ़ें- आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे चंद्रबाबू नायडू, चौथी बार संभालेंगे कार्यकाल, PM मोदी भी होंगे शामिल