Bharat Ratna, Former Bihar CM Karpoori Thakur: राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू ने आज 5 विभूतियों को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया। सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भाजपा के वृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी को छोड़कर बाकी सभी-पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पी.वी. नरसिम्हा राव, देश के जानेमाने कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को दिया गया। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय नेता जेपी नड्ड और केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे।
सीएम कर्पूरी ठाकुर का परिवार दिल्ली में उपस्थित
बता दें, बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर का परिवार आज राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा दिए जाने वाले भारत रत्न पुरस्कार को लेने के लिए दिल्ली में उपस्थित है, बिहार के मंत्री महेश्वर हजारी भी कर्पूरी ठाकुर के परिवार के साथ मौजूद हैं।
पिता को भारत रत्न मिलने पर बेटे ने जाहिर की खुशी
बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के बेटे और जेडीयू नेता राम नाथ ठाकुर कहते ने खुशी जाहिर करते हुए कहा बिहार और देश के लोग आज उतने ही खुश हैं जितना मैं खुश हूं। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने उनके पिता कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए भारत सरकार से लगातार अपील की थी।
दादा को पुरस्कार देने पर पोते ने पीएम का आभार व्यक्त किया
दादा कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न पुरस्कार देने पर उनके पोते रंजीत कुमार ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने कर्पूरी ठाकुर के परिवार को अपने आवास पर आमंत्रित किया था। उन्होंने बताया कि कर्पूरी ठाकुर को इस पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय पीएम मोदी का था।
बिहार के लिए आज गौरव और ऐतिहासिकता भरा दिन
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलना बिहार के लिए भी गौरव और ऐतिहासिकता भरा दिन है। इस दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद थे। चिराग पासवान भी इसको लेकर अपनी खुशी जता चुके हैं। उन्होंने इसे तमाम बिहारियों के लिए बड़ा दिन बताया है। कर्पूरी ठाकुर की जयंती 24 जनवरी को थी। पीएम मोदी खुद स्वीकार कर चुके हैं उनकी सरकार के विजन में कर्पूरी ठाकुर की सोच की झलक दिखती है।
कर्पूरी ठाकुर ने जीवन भर जिस ईमानदारी के साथ काम किया उसकी मिसाल भारतीय राजनीति में दुर्लभ है। इतना लंबे राजनीतिक करियर और दो बार सीएम रहने के बावजूद भी जब उनका देहांत हुआ तब उसके पास मात्र एक झोपड़ी थी। कर्पूरी ठाकुर का जीवन सामाजिक न्याय के नाम रहा है। भारत की मौजूदा सरकार इस विजन को अपनी नीतियों में उतारने का दावा करके कर्पूरी ठाकुर को सच्ची श्रद्धांजली अर्पित कर रही है।