International Yoga Day 2024: आज दुनियाभर में 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन को खास मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (Sher-e-Kashmir International Convention Centre) में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के समारोह का नेतृत्व करेंगे। International Yoga Day 2024 को मनाने का मुख्य उद्देश्य योग के फायदों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है साथ ही दुनिया में लोगों को योग के बारे में प्रोत्साहित करना है।
International Yoga Day 2024 के मौके पर पीएम मोदी सभा को संबोधित करेंगे और कॉमन योग प्रोटोकॉल सेशन (Common Yoga Protocol session) में भाग लेंगे, जिसमें शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास के पोषण में योग के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा। इस खास अवसर को मनाने के लिए श्रीनगर में डल झील के तट पर पीएम मोदी के साथ अलग-अलग जगहों के 7,000 से अधिक लोग इक्ट्ठा होंगे।
इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) आयुष मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव पीएम के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
बता दें, साल 2015 में योग दिवस की शुरुआत हुई थी। इसके बाद से पीएम मोदी ने दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून, रांची, लखनऊ, मैसूर और यहां तक कि न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय (United Nations Headquarters) और कर्तव्य पथ जैसी प्रतिष्ठित जगहों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोहों का नेतृत्व किया है।
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International Yoga Day 2024 की थीम
इस साल की थीम (Theme) “स्वयं और समाज के लिए योग” (Yoga for Self and Society) है, जो व्यक्तिगत कल्याण और सामाजिक सद्भाव दोनों को बढ़ावा देने में योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है।
फादर ऑफ योग किसे कहा जाता है?
भारत से योग का संबंध सालों पुराना है। भारतीय संस्कृति और वेदों में योग एक प्रमुख अंग माना जाता है। आज जब पूरी दुनिया योग के अहमियत को समझ रही है, तो इसका श्रेय भारत के योगगुरुओं को जाता है। ऐसी मान्यता है कि 5000 साल पुराने योग को आदियोगी शिव ने शुरू किया था। इसके बाद भारत के कई महान आचार्यों ने योग को जीवित रखा।
योग की शुरूआत महर्षि पतंजलि ने ही की थी। इन्हें फादर ऑफ योग भी कहा जाता है। महर्षि पतंजलि ने योग के 195 सूत्रों को प्रतिपादित किया था। ये सूत्र ही योग का आधार हैं। उन्होंने अष्टांग योग के बारे में भी बताया, जिससे हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जरूरी माना गया है।