दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ED की कस्टडी में है। केजरीवाल को जब से ED ने अपनी हिरासत में लिया है तब से आम आदमी पार्टी में खलबली मच गई है। इसके साथ ही इंडिया एलायंस में भी अफरा-तफरी का माहौल है। केजरीवाल की हिरासत को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा जा रहा है।
‘तानाशाही के खिलाफ महारैली’
विपक्षी दलों ने इसे भारत सरकार की तानाशाही बताया है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर आज आम आदमी पार्टी सहित इंडिया एलायंस ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी की पहली बड़ी मीटिंग भी थी। इस दौरान आम आदमी पार्टी के लीडर और दिल्ली के मिनिस्टर गोपाल राय ने पीएम मोदी पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि एक के बाद एक अपने विरोधियों को भाजपा ऐसे ही साफ कर रही है।
कब और किस जगह होगी ये महारैली
इसके साथ ही उन्होंने इंडिया महागठबंधन द्वारा 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में सुबह 10:00 बजे महारैली निकलने का ऐलान कर दिया। गोपाल राय ने कहा, यह फैसला तानाशाही के खिलाफ लिया गया है। मैं केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि भारत के संविधान में विश्वास रखने वाले सभी लोगों को 31 मार्च को 10:00 बजे रामलीला मैदान में आने की अपील करता हूं। दिल्ली की एक और मंत्री आतिशी ने भी कहा कि इंडिया एलायंस रामलीला मैदान में 31 मार्च को एक महारैली का आयोजन कर रहा है। यह अरविंद केजरीवाल को नहीं बल्कि लोकतंत्र को बचाने के लिए है। सभी विपक्षी दलों पर एक तरफ हमला हो रहा है।
इसी दौरान इंडिया एयरलाइंस के मुख्य घटक दल कांग्रेस के दिल्ली चीफ अरविंदर सिंह लवली ने भी यही बात दोहराई। उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक रैली नहीं है बल्कि हमने भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए आह्वान किया है।
रामलीला मैदान को ही इस महारैली के लिए क्यों चुना गया?
इस बात पर दिल्ली के मिनिस्टर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि रामलीला मैदान एक ऐतिहासिक जगह है। यहां पर देश की सबसे बड़ी क्रांति शुरू हुई थी। आम आदमी पार्टी भी रामलीला मैदान से ही खड़ी हुई थी। इंडिया पार्टियों के सभी सीनियर नेता इस रैली में भाग लेंगे और देश को संबोधित करेंगे।