Anuradha Becomes Prosecuting Officer: कहते हैं प्रतिभा शहर में ही नहीं गाँव में भी छिपी होती है, लेकिन लोग उसे समझ नहीं पाते है। आज आपको एक गांव की बेटी की ऐसी कहानी से रूबरू कराएंगे, जिसे सुनकर आप मन में बेटियों के लिए प्रति सम्मान बढ़ जाएगा और बेटियों को पढ़ाने के लिए कभी रोक नहीं सकेंगे। जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश राज्य के मुजफ्फरनगर जिले के एक छोटे गांव धीराहेडी की रहने वाली किसान की बेटी अनुराधा की। उन्होंने अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। अनुराधा का चयन नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी में अभियोजन अधिकारी के पद पर हुआ है।
वहीं, उनकी इस कामयाबी को देखकर जिला पंचायत, ब्लॉक प्रमुख सहित कई लोगों बधाई दी है और बेटी अनुरादा की इस कामयाबी को देखकर गांव और आसपास के इलाके में खुशी का महौल बना हुआ है।
बता दें कि अनुराधा उत्तर प्रदेश के भोपा क्षेत्र के धीराहेडी की रहने वाली थी, उनके पिता का नाम चौधरी वीरेंद्र सिंह है, जोकि एक किसान है। अनुराधा नने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई गांव से ही की और 10वीं और 12वीं गां के ही जनता इटंर कालेज से की। उसके बाद उन्होंने डीएवी कॉलेज से एलएलबी की।
बता दें कि अनुराधा का चयन नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के अभियोजन अधिकारी के पद पर हुआ है। अनुराधा ने 21वीं रैंक हासिल की है। बेटी की कामयाबी से पिता वीरेन्द्र सिंह, माता सुरेंद्र देवी, बहन चेतना राठी, भाई अंकित राठी में खुशी है। जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल, ब्लाक प्रमुख अनिल राठी, भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री अमित राठी, जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर आशीष राठी ने बेटी को बधाई दी है।