दिल्ली एनसीआर में कुछ दिन पहले 100 से अधिक स्कूलों को धमकी भरा मेल आया था। जिस ईमेल से स्कूलों को धमकी भरे मेल आए थे, वो रूस के वीपीएन से भेजे गए थे। अब इस मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस रूस की मदद लेने वाली है। इस मामले में अब दिल्ली पुलिस रूस को लेटर रोगेटरी (LR) भेजकर उस ईमेल आईडी का विवरण मांगने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और बाद में अदालत से संपर्क कर सकती है। पुलिस पहले ही सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल से जांच में सहायता के लिए अनुरोध कर चुकी है।
पिछले साल भी जब सादिक नगर के इंडियन स्कूल को 12 अप्रैल को बम की धमकी मिली थी, तब पुलिस ने रूस को ऐसी ही चिट्ठी भेजी थी। सूत्रों के मुताबिक, ये चिट्ठी 12 मई को भेजी गई थी। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि रूस ने जल्द ही जवाब दिया और बताया कि जिस आईपी एड्रेस से धमकी भेजी गई थी वो 188.172.220.76 है और ये असल में ऑस्ट्रिया का है। दरअसल, धमकी भेजने वाले ने वीपीएन इस्तेमाल किया था।
शनिवार को पुलिस ने पिछले साल के स्कूल बम कांड की जांच फिर से शुरू कर दी है, पुलिस ने बताया कि इस दौरान तकनीकी सुरागों की तलाश की जा रही है जिससे इस केस में कुछ सहायता मिल सके। विशेष जांच दल ने उन दो मामलों पर दोबारा गौर किया है, जिन्हें पुलिस सुलझाने में कामयाब रही थी। जिसमें दोनों मेल भेजने वालों ने जीमेल आईडी का इस्तेमाल किया था और गूगल ने पुलिस को उस वक्त आईपी एड्रेस की जानकारी दी थी जिससे उन्हें मामले को सुलझाने में मदद मिली थी।
पहले मामले में डीपीएस, मथुरा रोड को 25 अप्रैल को एक धमकी भरा मेल मिला था। पुलिस ने मेल भेजने वाले के आईपी एड्रेस के लिए Google से संपर्क किया और उसे Jio सेवाओं से जोड़ा गया। इसके चलते उसी स्कूल के एक किशोर छात्र को हिरासत में लिया गया था। उनका आईफोन 13 प्रो जब्त कर लिया गया था, हालांकि बाद में किशोर न्याय बोर्ड ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था। पुलिस ने दूसरे मामले में 16 मई को पुष्प विहार के अमृता विद्यालय में [email protected] आईडी से मेल भेजने वाले का पता लगाया और आईपी एड्रेस की पहचान की। इस मामले में एक अन्य नाबालिग को पकड़ लिया गया। उसका फोन जब्त कर लिया गया और किशोर न्याय बोर्ड में रिपोर्ट दर्ज की गई।
सादिग नगर के इंडियन स्कूल में भेजे गए दो और मामलों को सुलझाया नहीं जा सका। पहला धमकाने वाला ईमेल 28 नवंबर 2022 को [email protected] से आया था। जर्मन कंपनी ने बताया कि वो फ्री अकाउंट्स का डाटा नहीं रखती है, जिससे जांच आगे नहीं बढ़ सकी। दूसरा ईमेल 12 अप्रैल 2023 को [email protected] से आया था, जिसके चलते रूस को लेटर रोगेटरी भेजनी पड़ी।
डीपीएस मथुरा रोड को एक और मामला 11 मई 2023 को मिला, जिसमें स्कूल के ही एक इंटरनल ईमेल आईडी [email protected] से धमकी भेजी गई थी। छात्र ने कहा कि उसे किसी चीज का पता नहीं है, और जांच में पता चला कि ये ईमेल गूगल सर्विस का इस्तेमाल करके भेजा गया था, और आईपी एड्रेस छिपाने की कोशिश नहीं की गई थी। गूगल ने पुलिस के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ये ईमेल आखिरी बार 11 मई को 18:26 बजे आईपी एड्रेस 103.211.14.180 से खोला गया था। गूगल के डाटा से पता चला कि ये आखिरी बार एक्साइटेल ब्रॉडबैंड से जुड़े हुए IP से खोला गया था। उस IP पर लगभग 500 एक्टिव यूजर्स होने के कारण, इस मामले की जांच अभी जारी है।