दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी हो गई है। इस बीच दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार भी कर लिया जाए तो भी वह इस्तीफा नहीं देंगे।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि “ये तो सब जानते हैं कि मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया था लेकिन कुछ नहीं मिला। अब तक 600 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वे चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आवाज को दबाना चाहते हैं और इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया।
बता दें, आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने भी इस बात को दोहराया है कि केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे। अगर जरूरत पड़ी तो वे जेल से ही अपना मुख्यमंत्री का कामकाज संभालेंगे। आतिशी ने कहा कि केजरीवाल उनके मुख्यमंत्री थे, वे मुख्यमंत्री हैं और रहेंगे। अगर ऐसा होता है कि केजरीवाल को जेल से ही अपना कामकाज संभालना पड़ता है तो यह भारतीय राजनीतिक इतिहास में अपने आप में एक दुर्लभ घटना होगी।
केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च की शाम ‘प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002’ के तहत गिरफ्तार किया है। इस कानून के तहत जमानत मिलनी काफी कठिन है। बता दें केजरीवाल को ईडी ने इससे पहले 9 समन जारी किए थे। केजरीवाल इसके खिलाफ कोर्ट में भी पहुंचे थे जिससे उन्हें राहत नहीं मिली। केजरीवाल की गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले की दिल्ली हाई कोर्ट ने यह फैसला सुनाया था कि कोर्ट उनको गिरफ्तारी से राहत नहीं दे सकता।
कोर्ट ने ईडी से केजरीवाल के खिलाफ सबूत भी मांगे थे। ईडी ने जब सबूत पेश किए थे तो कोर्ट ने सवाल किया था कि अगर आपके पास सबूत है तो केजरीवाल को समन क्यों भेज रहे हैं, उनको गिरफ्तार क्यों नहीं करते? इसके जवाब में ईडी ने कहा था कि वह केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाना चाहते हैं। वे केजरीवाल को गिरफ्तार कर भी सकते हैं और नहीं भी।