कई दशकों से चला आ रहा कश्मीर मुद्दा सुलझाने के लिए अब तक कोई ठोस मार्ग नहीं मिल पाया है। हाल ही में हुए पुंछ आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दे डाला और भारत-पाक वार्ता की वकालत की ओर सबका ध्फायान आकर्षित किया और कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत नहीं होती है तो जम्मू-कश्मीर का भी हाल गाजा जैसा ही होगा। उन्होंने कहा, ‘अगर हम बातचीत के जरिए समाधान नहीं ढूंढते हैं तो हमारा भी वही हाल होगा जो गाजा और फिलिस्तीन का हो रहा है,इसी मसले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच विवादों को सुलझाने के लिए बातचीत करना बेहद जरूरी है। अगर भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता नहीं हुई, तो इसका परिणाम गाजा और फिलिस्तीन जैसा ही होगा। गाजा पट्टी में इस समय इजरायल और हमास के बीच जंग हो रही है, जिसमें 20 हजार से ज्यादा लोगों की अभी तक मौत चुकी है।
भारत पाक विवाद पर सरकार पर तंज कसते हुए फारूक अब्दुल्ला ने नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जब तक बातचीत शुरू नहीं होती, “हमारा भी गाजा जैसा ही हश्र हो सकता है। श्रीनगर के सांसद ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बयान का उल्लेख किया- “हम अपने दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन अपने पड़ोसी नहीं।”
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है और मामलों को बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए। बातचीत कहां है…? नवाज शरीफ, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं और वे कह रहे हैं कि हम (भारत से) बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन क्या कारण है कि हम बात करने के लिए तैयार नहीं हैं?”
अगर हम बातचीत के जरिए समाधान नहीं ढूंढते हैं, तो हमारा भी गाजा और फिलिस्तीन जैसा ही हश्र होगा, जिन पर इजराइल बमबारी कर रहा है