22 जनवरी को राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले गुरुवार को उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने अयोध्या से तीन संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया।
उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने गुरुवार को बताया कि राज्य आतंकवाद निरोधी दस्ते ने अयोध्या जिले में चेकिंग के दौरान तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया। डीजीपी कुमार ने यह भी कहा कि इन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। डीजीपी कुमार ने कहा “राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के तहत यूपी-एटीएस ने अयोध्या जिले से तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। इन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा अभी तक इनका किसी आतंकी संगठन से संबंध सामने नहीं आया है।”
यह घटनाक्रम 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन से कुछ दिन पहले हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार ने ड्रोन के माध्यम से निगरानी बढ़ाकर शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। राज्य सरकार ने शहर भर की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए नाइट विज़न डिवाइस (एनवीडी) और सीसीटीवी कैमरे जैसी तकनीकों को शामिल किया है।
अयोध्या में सुरक्षा के लिए एनवीडी, इंफ्रारेड कैमरे और सीसीटीवी सहित सभी प्रकार की प्रौद्योगिकियों को ड्रोन में शामिल करने का प्रयास किया है। शहर में किसी भी असामान्य गतिविधि या चीजों को पकड़ने के लिए ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। शहर में किसी भी असामान्य गतिविधि या चीजों को पकड़ने के लिए ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है ताकि किसी अलग या अजीब वस्तु का पता लगाया जा सके।
राम मंदिर के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। उद्घाटन 22 जनवरी को होगा, जिसमें गणमान्य व्यक्ति और समाज के सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
वाराणसी के एक पुजारी लक्ष्मी कांत दीक्षित 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अयोध्या में अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या भारत के लोगों के लिए महान आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है।