दिल्ली – एनसीआर के मोदीनगर में कुट्टू का आटा खाने से कई लोग बीमार हो गए है. नवरात्रि शुरू हो चुकी है और इसीलिए कुट्टू के आटे की खपत बढ़ गई है. दिल्ली एनसीआर के मोदीनगर में नवरात्रि का पहला व्रत खोलने के दौरान कुट्टू का आटा खाने से 100 से अधिक लोग बीमार हो गए. इनमें से अधिकतर अलग अलग अस्पतालों में भर्ती हो गए. हालांकि डॉक्टरों के अनुसार सभी की हालत खतरे से बाहर है. जिस दुकान से कुट्टू का आटा लिया गया है उस दुकान से कुट्टू के आटे का सैंपल भर लिया गया है. सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद जरूरी कार्यवाही की जायेगी. खाद्य सुरक्षा की टीमों ने कई जगह छापा भी मारा है और कई नमूने भी लिए है. मोदीनगर के अलग अलग इलाकों में बुधवार की शाम श्रद्धालुओं ने व्रत के बाद कुट्टू के आटे की पकौड़ी, पूड़ी और खाने के और सामान बनाकर व्रत खोला. तब सौंदा, डिडौली, डबाना, हरमुख पुरी अमराला सहित आसपास के गांवों के 100 से अधिक लोग उल्टी, दस्त और घबराहट महसूस करने लगे और फूड प्वाइजनिंग की शिकायत के बाद इनको, इनके परिजन डॉक्टर के पास ले गए और जब हालत बिगड़ने लगी तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई.
स्वास्थ्य विभाग ने 102 और 108 सरकारी ऐंबुलेंस भेजकर गांव से मरीजों को सरकारी और प्राइवेट अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया. कुट्टे का आटा खाने से हर साल इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती है. कुट्टू का आटा आम आटे से अलग होता है, ये एक महीने में ही खराब हो जाता है. यहीं लोगों से गलती हो जाती है, लोग रखे हुए आटे को खा लेते है जिससे उल्टी, दस्त, घबराहट जैसी समस्या आती हैं. कुछ जगह कुट्टू के आटे में मिलावट भी होती है जिससे भी लोगों को नुकसान होता है. खाद्य सुरक्षा विभाग भी पूरी तरह से निष्क्रिय ही नजर आता है किसी भी बड़े मौके या त्यौहार पर जब इस तरह की घटनाएं सामने आती है तो फिर ये औपचारिकता दिखाते हुए इसी तरह की खानापूर्ति करता है. खाद्य सुरक्षा विभाग अगर समय रहते एक्टिव हो जाए तो इस तरह की घटना ना घटे.