दुनियाभर में कोविड-19 एक बार फिर जटिल समस्या का रूप लेता जा रहा है। देश में कोरोना के अब तक 2997 मामले दर्ज किये जा चुके है। लगातार बढ़ते मामलें दुनियाभर की सरकारों और स्वास्थ्य एजेंसियों के माथे पर सिकन ला रहा है। कोरोना वायरस एक बार फिर रूप परिवर्तन करके आया है। कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट का नाम JN.1 है। अकेले अमेरिका में ही कुल कोविड-19 मामलों में 20 फीसद इसी नए वेरिएंट के हैं। बात करें भारत की तो यहां भी इस नए वेरिएंट के मामलें लगातार बढ़ रहे हैं।
देश में कोविड-19 की वजह से हो रही मौत एक बार फिर सरकार के लिए चिंता का विषय बन गई है। विशेषतौर पर दक्षिण भारतीय राज्य केरल में बढ़ रहे मामलों को लेकर सरकार अलर्ट मोड पर है। महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों से में भी JN.1 वेरिएंट के संक्रमण की खबरें आ रही हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) JN.1 वेरिएंट की जीनोम सिक्वेंसिंग पर काम कर रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट की कैटेगरी में रखा है।
COVID-19 JN.1 वेरिएंट के लक्षण
कोविड-19 के अन्य वेरिएंट की तरह इस वेरिएंट के लक्षण भी मिलते-जुलते हैं। यदि आपको गले में खराश, छाती में भारी होना, सूखी खांसी, लगातार नाक बहना, थकावट महसूस होना, सिरदर्द रहना, मांसपेशियों में दर्द, बुखार और दस्त आदि लक्षण दिखाई दें तो तुरंत अपनी जांच करवाएं और अगर पॉजिटिव पाए जाते हैं तो जल्द से जल्द इलाज करवाएं।
75 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोगों को जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है और उन्होंने हाल में कोविड-19 की वैक्सीन नहीं लगवाई है तो उन्हें सांस लेने में तकलीफ जैसे गंभीर लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं।
COVID-19 JN.1 वेरिएंट से बचाव के लिए क्या करें
कोविड 19 के नए वेरिएंड JN.1 से बचाव का भी वह तरीका है, जो अन्य वेरिएंट के लिए था। इन उपायों को अपनाकर आप इस नए वेरिएंट से भी अपना बचाव कर सकते हैं-
*मास्क लगाने की आदत डालें
*बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं
*जहां साबुन-पानी उपलब्ध न हो, वहां सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
*घर पर ही रहें, बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें
*बेवजह अपनी नाक, आंख और मुंह को छूने से बचें
*ऊपर बताए गए लक्षण नजर आने पर मरीज को घर में ही आइसोलेट करें
*कोविड-19 वैक्सीन लगवाएं
*लक्षण नजर आने पर टेस्ट करवाएं.