पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात अनिल दुजाना का अंत हो गया. अनिल दुजाना का यूपी एसटीएफ ने मेरठ में एनकाउंटर कर दिया.
अनिल दुजाना बादलपुर के दुजाना गांव का रहने वाला था. अनिल ने 2002 में पहली हत्या की थी इसके बाद इसी साल इसने दो हत्याएं और की थी धीरे धीरे ये जरायम की दुनिया में आगे ही बढ़ता चला गया. बताते है कि पहले ये पश्चिम यूपी के कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी का शूटर था बाद में ये सुंदर भाटी के दुश्मन नरेश भाटी का करीबी हो गया. नरेश भाटी की हत्या सुंदर भाटी ने की तो अनिल की भी सुंदर भाटी से अदावत हो गई.
अनिल दुजाना का असली नाम अनिल नागर था लेकिन बाद में इसने अपने गांव के नाम पर अपना नाम अनिल दुजाना कर लिया. अनिल दुजाना अपने ही क्षेत्र के मशहूर सुंदर सिंह की तरह बनना चाहता था. सुंदर सिंह के बारे में कहा जाता है कि उसने संजय गांधी को एक सप्ताह में मारने की धमकी दी थी इस धमकी के बाद एक पुलिस मुठभेड़ में संजय सिंह मारा गया था. अनिल भी सुंदर सिंह की तरह बनना चाहता था.
अनिल दुजाना के ऊपर 64 के करीब मुकदमें दर्ज थे जिनमें हत्या, लूट, रंगदारी जैसे संगीन मामले दर्ज थे. कुछ मामले में ये बरी हो गया था वहीं एक मामले में इसे तीन साल की सजा भी हुई थी.
2011 में एक शादी सामारोह में सुंदर भाटी पर अनिल दुजाना ने अपने साथियों सहित हमला किया था जिसमें सुंदर भाटी तो बच गया था लेकिन 4 लोग मारे गए थे. अनिल दुजाना तुनकमिजाज था और एक बार इसकी कुख्यात विक्की त्यागी से भी जेल में झड़प हो गई थी. अनिल दुजाना पिछले महीने जेल से जमानत पर आया था और अब उसे अपने एनकाउंटर का डर सता रहा था इसलिए वो अपने आप को कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में था. लेकिन उससे पहले ही ये यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया.
2011 में अनिल दुजाना जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ा जिसमें उसे जीत भी मिली. अनिल दुजाना की शादी बागपत की पूजा के साथ हुई थी और इसकी एक दो साल की बेटी भी थी.