Pune Hit And Run Case: पुणे पोर्श कांड फिलहाल चर्चा का विषय बना हुआ है। 19 मई को रईसजादे ने अपनी कार से दो लोगों की जान ले ली। लेकिन अब इस केस में एक नया खुलासा हुआ है। एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक, इससे पहले भी विशाल अग्रवाल का बड़ा बेटा एक एक्सीडेंट कर चुका है। कुछ समय पहले विशाल अग्रवाल के बड़े बेटे ने वडगांव शेरी इलाके में ब्रह्मा मल्टी स्पेस बिल्डिंग के सामने तेज रफ्तार से गाड़ी चलाकर सड़क पर दूसरे वाहन और बिजली के खंभो को नुकसान पहुंचाया था। इस वक्त भी मीडिया में ये मामला काफी उझला था।
कुछ लोगों का आरोप है कि उस वक्त भी पुलिस ने कुछ खास कार्रवाई नहीं की थी। अगर पुलिस ने इस समय पहले कार्रवाई की होती तो अब ये दूसरा हादसा नहीं हुआ होता।
आपको बता दें, Pune Hit And Run Case मामले में आरोपी के पिता के बाद अब पब के मालिक और मैनेजर की गिरफ्तारी हुई है। इन पर नाबालिग को शराब पिलाने का आरोप है। दरअसल, महाराष्ट्र में शराब पीने की कानूनी उम्र 25 साल है। ऐसे में अगर कोई बार 25 वर्ष से कम उम्र के लड़के या लड़की को शराब परोसता है तो ये कानून का उल्लंघन है।
जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
हालांकि, आरोपी की उम्र 17 साल है। ऐसे में बार के मालिकों के खिलाफ कानून का उल्लंघन कर नाबालिग को शराब पिलाने का आरोप है। पुलिस ने नाबालिग आरोपी के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 75 और 77 के तहत आरोप लगाए हैं। वहीं, सामने आए CCTV फुटेज में भी आरोपी को दुर्घटना से पहले शराब पीते देखा गया है।
आरोपी को हो सकती है 10 साल की सजा
Pune Hit And Run Case मामले में महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है कि जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ है वो पिछले एक महीने से बिना नंबर प्लेट के चल रही थी। वहीं, मामले में RTO का कहना है कि गाड़ी खरीदने के बाद अभी तक उसका रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। महाराष्ट्र डिप्टी सीएम देवेंद्र फडवीस के निर्देश के बाद पुणे पुलिस ने सत्र न्यायालय का रुख किया है। ‘हिट एंड रन’ मामले में अगर आरोपी को व्यस्क के तौर पर सजा होती है तो उसे 10 साल की सजा सुनाई जा सकती है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मामला 19 मई का है। तेज रफ्तार से आ रही लग्जरी कार पोर्शे ने बाइक सवार कपल को टक्टर मार दी थी। कार 17 साल का नाबालिग चला रहा था। हादसे में दोनों बाइक सवार की मौत हो गई। कपल मध्य प्रदेश के रहने वाले थे। दोनों पेशे से इंजीनियर थे और पुणे में नौकरी कर रहे थे।